श्रीगंगानगर। जिले में एक बुजुर्ग दंपती को डिजिटल अरेस्ट कर 1 करोड़ 5 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। बदमाश ने सीबीआई अधिकारी बनकर इस वारदात को अंजाम दिया। सीबीआई अधिकारी का रौब और जेल जाने का डर दिखाकर बदमाश ने पति-पत्नी से खाते में रुपए ट्रांसफर करवा लिए। जांच अधिकारी साइबर सेल के डीवाईएसपी कुलदीप वालिया ने बताया- जिन खातों से रकम निकाली गई है, उन्हें फ्रीज करने के लिए संबंधित बैंक को पत्र लिखा गया है।
जमीन बेचकर खाते में रुपए जमा करवाए थे
पीड़ित महिला ने बताया कि वह और उनके पति घर में अकेले रहते हैं। बच्चे विदेश में हैं। हाल ही में परिवार ने जमीन बेचकर खाते में रुपए जमा करवाए थे। महिला के पति के फोन पर 15 नवंबर को वीडियो कॉल आई। कॉलर ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया। कॉल करने वाले ने बताया कि उसके पति के खाते में गलत तरीके से रुपए जमा हुए हैं। दिल्ली में केस दर्ज हुआ है। इस मामले में 7 साल की जेल होगी।
आरोपी बोले- किसी को भी मत बताना
आरोपी ने उन्हें धमकाते हुए कहा कि दोनों पति-पत्नी घर के कमरे में ही रहें। किसी को भी इस बारे में नहीं बताना है। उसने झांसा दिया कि वे उनका नाम इस केस से निकलवाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। कॉल करने वाले ने बताया कि उनके खाते में जो राशि पड़ी है, उसे सीबीआई के खाते में ट्रांसफर करवाए। आरोपी ने उन्हें एक खाते में रुपए ट्रांसफर करवाने को कहा। इस पर पीड़ित ने 1 करोड़ 5 लाख 59 हजार 960 रुपए उस खाते में जमा करवा दिए। इसके बाद भी जब आरोपी ने पीड़ित को धमकाना जारी रखा तो पीड़ित को उनके साथ हुई ठगी का पता लगा।
रुपयों को अलग-अलग खातों में किया ट्रांसफर
पुलिस उन खातों को खंगाल रही है जिसमें इस ट्रांजैक्शन राशि को घुमाया गया है। इस राशि को अलग-अलग कई खातों में ट्रांसफर किया गया है, ताकि पुलिस की जानकारी में मामला आए भी तो कई दिनों तक पुलिस चक्कर घिन्नी बनी रहे। पुलिस उन खातों की जांच भी कर रही है।
आर्मी ऑफिसर बनकर महिला डॉक्टर से 5.95 लाख ठगे
इसी तरह श्रीगंगानगर शहर की एक महिला डॉक्टर से भी 5 लाख 95 हजार रुपए ठगने का मामला सामने आया है। डॉक्टर ने बताया कि वह बच्चों की मेंटल हेल्थ को लेकर प्रैक्टिस करती है। उन्हें किसी ने कॉल कर खुद को लालगढ़ छावनी का आर्मी ऑफिसर श्रीकांत बताया। आरोपी ने उससे लालगढ़ सैन्य स्कूल के बच्चों का मेंटल हेल्थ चैकअप करने को कहा। इसके बाद एक अन्य कॉल आई। आरोपी ने वरिष्ठ अधिकारी से बात करवाकर कन्फर्मेशन किया। इन लोगों ने पीड़ित का विजिटिंग कार्ड और दवा लिखने की पर्ची की कॉपी मांगी। पीड़िता ने इन्हें वॉट्सऐप पर भेज दिया। आरोपियों ने फीस पेमेंट के लिए पीड़िता के गूगल-पे नंबर मांगे। इसके बाद उन्हें लिंक भेजकर कन्फर्मेशन मांगी। पीड़िता ने जैसे ही इन लिंक पर कन्फर्मेशन दी, उसके खाते से 5 लाख 95 हजार रुपए कट गए। इस पर पीड़िता ने साइबर थाने में मामला दर्ज करवाया।