बाड़मेर। बाड़मेर पुलिस के जवान की डेंगू से मौत हो गई। इसके बाद पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ पड़ी। कांस्टेबल बाड़मेर ग्रामीण थाने की बिशाला चौकी में कार्यरत था। बीते तीन-चार दिन से बुखार से पीड़ित था। रविवार को प्लेट्स कम होने के बाद पुलिस ने ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जोधपुर रेफर किया गया। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। फिलहाल जवान का शव हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। पुलिस जवान का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। दरअसल, शिव के बालेवा गांव निवासी कांस्टेबल मोहनलाल पवार साल 2015 में पुलिस में भर्ती हुआ था। फिलहाल बाड़मेर ग्रामीण थाने की बिशाला चौकी में कार्यरत है। बीते 3 दिनों से बुखार से पीड़ित था। शनिवार तक बिशाल गांव हॉस्पिटल से इलाज करवा रहा था। रविवार को उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। बाड़मेर हॉस्पिटल लेकर आए। भर्ती करवाया गया। डेंगू जांच की गई तो प्लेट्स करीब 50 हजार के आसपास थी। तबीयत भी ज्यादा खराब होने के कारण बाड़मेर हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया।
8-10 किलोमीटर पहले तोड़ा दम
पुलिस जवान के लिए ग्रामीण कॉरिडोर बनाया गया था। लेकिन जोधपुर पहुंचने से 8-10 किलोमीटर पहले ही जवान ने दम तोड़ दिया। रात को जवान के शव को बाड़मेर हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में शिफ्ट करवाया गया था। सोमवर को हॉस्पिटल मॉर्च्युरी में एसपी नरेंद्र सिंह मीना सहित पुलिस के अधिकारी पहुंचे।
बीमारी से हुई डेथ
एसपी नरेंद्र सिह मीना ने बताया- पुलिस चौकी बिशाला में कार्यरत मोहनलाल पंवार की कल डेंगू बुखार से अचानक तबीयत बिगड़ गई है। हमने ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जोधपुर रेफर किया था। लेकिन पहुंचने से पहले ही बीमारी की वजह से डेथ हो गई।
पुलिस गाडी पर लगाई मालाएं, राजकीय सम्मान से होगा अंतिम संस्कार
पुलिस की गाड़ी को फूल मालाओं लगाई गई। पोस्टमार्टम के बाद जवान के शव को पुलिस लाइन ले जाया जाएगा। वहां पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उसके पैतृक गांव में उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पूर्व प्रधान उदाराम मेघवाल ने बताया- मोहनलाल के 3 साल का छोटा बेटा है। उनकी शादी करीब 6 साल पहले हुई थी।