जयपुर। कांग्रेस विधायकों के इस्तीफों के मामले में सोमवार को राजस्थान हाईकोर्ट ने पूर्व मंत्री शांति धारीवाल सहित कांग्रेस के 6 नेताओं को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने पूछा कि उनके पास कांग्रेस के 75 विधायकों के इस्तीफे कैसे आए। बता दें कि सियासी संकट के वक्त 25 सितंबर 2022 को कांग्रेस हाईकमान की ओर से राजस्थान में CM बदलने की कवायद के बीच 81 विधायकों ने इस्तीफे दे दिए थे। इस मामले में बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ ने हाईकोर्ट ने जनहित याचिका लगाकर कहा था कि राज्य की 40 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायकों से उनकी इच्छा के विरुद्ध इस्तीफे करवाए गए। जिन 6 विधायकों ने शेष 75 विधायकों के त्यागपत्र स्पीकर को सौंपे। उनसे भी स्पीकर ने यह नहीं पूछा कि उनके स्वयं के त्यागपत्र स्वैच्छिक है या नहीं?
याचिका पर बहस करते हुए राठौड़ ने कहा- जब 75 विधायकों का यह कहना है कि उन्होंने स्वेच्छा से इस्तीफे नहीं दिए तो अध्यक्ष को त्यागपत्र सौंपने वाले 6 विधायकों महेश जोशी, रामलाल जाट, रफीक खान, शांति धारीवाल, महेंद्र चौधरी और संयम लोढ़ा से यह पूछा जाना चाहिए कि उनके पास शेष 75 विधायकों के त्यागपत्र कहां से आए।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा था- इस्तीफे स्वैच्छिक नहीं थे
दरअसल, राजेन्द्र राठौड़ ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका प्रस्तुत करके कहा था कि 25 सितंबर 2022 को कांग्रेस के 81 विधायकों ने तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के निवास पर जाकर स्वेच्छा से अपने-अपने त्यागपत्र दिए गए थे। जिन पर विधानसभा अध्यक्ष ने कोई कार्रवाई नहीं की है। इसलिए विधानसभा अध्यक्ष को निर्देश दिए जाएं कि वह इस्तीफे पर निर्णय करें। इस मामले में 16 जनवरी 2023 को विधानसभा सचिव की ओर से न्यायालय में जवाब प्रस्तुत करके कहा गया था कि त्यागपत्र देने वाले विधायक कुल 81 ही थे। उन्होंने 30 दिसंबर, 31 दिसंबर 2022, 1 जनवरी और 2 जनवरी 2023 को अपने-अपने त्याग पत्र यह कहते हुए वापस ले लिए हैं कि उनके द्वारा त्यागपत्र स्वेच्छा से नहीं दिए गए थे। त्यागपत्र वापस ले लिए जाने के कारण विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने उन सभी के इस्तीफे को खारिज कर दिया।
क्या है मामला
सियासी संकट के वक्त 25 सितंबर 2022 को विधानसभा स्पीकर के सामने तत्कालीन संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी, महेंद्र चौधरी, रामलाल जाट, रफीक खान और संयम लोढ़ा खुद सहित 81 विधायकों के इस्तीफे लेकर गए थे। इनमें पांच विधायकों के इस्तीफे की फोटो कॉपी थी।