टोंक। जिले के उनियारा थाना इलाके के पलाई गांव में सोमवार को नाडी (छोटा तालाब) में डूबने से मासूम भाई-बहन की मौत हो गई। खेत पर जाते समय पैर फिसलने से यह हादसा हुआ। दोनों बच्चों की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से दोनों के शव बाहर निकाले। शाम 4 बजे पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे गए। उनियारा थाना प्रभारी सूर्यभान सिंह ने बताया कि बच्चों के पिता पलाई गांव के रहने वाले सीताराम गुर्जर ने बताया कि उनकी पत्नी खेत पर गई थी। वह भी बकरियां चराने गये हुए थे। उनकी बेटी अनमोल (6), बेटा दीपक (5) सोमवार को स्कूल नहीं गए। दोनों की तबीयत थोड़ी खराब होने के कारण वे स्कूल नहीं गए थे।
घर से 500 मीटर दूर हादसा, नाडी की पाल पर पैर फिसला
ऐसे में दोनों भाई-बहन दोपहर करीब 12.30 बजे घर से अपने खेत पर जा रहे थे। घर से करीब 500 मीटर दूर नाडी की पाल से होकर गुजरते समय उनका पैर फिसल गया। इससे दोनों भाई-बहन नाडी में गिर गए और डूबने लगे। इस दौरान दोनों भाई-बहन बचाने के लिए चिल्लाए, तो उनकी आवाज सुनकर राहगीर दौड़े, लेकिन तब तक वे डूब गए। फिर इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से दोनों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उन्होंने दम तोड़ दिया। इस दौरान परिजन भी सूचना पाकर मौके पर पहुंचे। दोनों बच्चों की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंपे शव
पुलिस ने शाम 4 बजे दोनों बच्चों के शवों का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। दोनों बच्चे प्राइमरी स्कूल में पढ़ते थे। मृतकों में बहन बड़ी और भाई उससे छोटा है।
4 भाई-बहन थे, अब 2 ही बचे
बच्चों के पिता सीताराम गुर्जर खेतीबाड़ी और पशुपालन करते हैं। मां गृहणी है और खेती बाड़ी में सहयोग करती है। इस गरीब परिवार के 4 बच्चे थे, जिनमें अब 2 की मौत के बाद 2 ही बचे है।