संविधान का महत्व बताया कहा- ‘‘संविधान हमारे देश की आधारशिला’’
भीलवाड़ा। संविधान दिवस के अवसर पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग तथा शिक्षा विभाग के तत्वावधान में मंगलवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राजेन्द्र मार्ग विद्यालय में संगोष्ठी का आयोजित की गई व सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा संविधान के इतिहास, इसके प्रावधानों और इसके महत्व को दर्शाने के लिए प्रदर्शनी भी लगाई गई। राजेंद्र मार्ग राजकीय विद्यालय में संविधान दिवस के उपलक्ष में आयोजित संगोष्ठी में जनसम्पर्क अधिकारी हेमन्त छीपा, प्रधानाचार्य श्याम लाल खटीक, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के वरिष्ठ सहायक रोहित वर्मा सहित स्कूल के शिक्षकों सहित छात्रों ने भाग लिया।
जनसम्पर्क अधिकारी हेमन्त छीपा ने बताया कि इस संगोष्ठी में संविधान के महत्व और इसके प्रावधानों पर चर्चा की गई। वक्ताओं तथा छात्रों ने संविधान के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार प्रस्तुत किए और इसके महत्व को समझने का प्रयास किया। इस दौरान वक्ताओं ने बताया कि संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन भारतीय संविधान के अपनाए जाने की याद में मनाया जाता है, जो 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा अंगीकृत किया गया था।
इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य श्यामलाल खटीक ने कहा, “संविधान दिवस हमें हमारे देश के संविधान के महत्व को समझने और इसके प्रावधानों का पालन करने का अवसर प्रदान करता है। हमें अपने देश के संविधान को समझना चाहिए और इसके प्रावधानों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान हमारे देश की आधारशिला है और यह हमें न्याय, स्वतंत्रता, समानता, और बंधुत्व के मूल्यों की याद दिलाता है।
सूचना जनसंपर्क विभाग के वरिष्ठ सहायक रोहित वर्मा ने बताया कि संविधान दिवस को मनाने के पीछे एक और महत्वपूर्ण कारण यह है कि यह हमें हमारे संविधान के निर्माताओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है, जिन्होंने हमारे देश के लिए एक मजबूत और न्यायपूर्ण संविधान बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को संवैधानिक मूल्यों को जीवन में अपनानें की बात कही।
प्रदर्शनी के माध्यम से जाना इतिहास
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में विद्यार्थियों ने संविधान के विभिन्न पहलुओं को जानने का अवसर प्राप्त किया। उन्होंने प्रदर्शनी में रखे गए चित्रों, पोस्टरों और सामग्री को देखा और संविधान के महत्व को समझने का प्रयास किया। इस अवसर पर स्कूल के छात्रों ने संविधान के महत्व को समझने के लिए एक संकल्प लिया और इसके प्रावधानों का पालन करने का वचन दिया।