बांसवाड़ा। जिले में चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. प्रकाश शर्मा ने शनिवार को शहर की प्रमुख निजी लैबों का दौरा किया। उन्होंने निजी लैब पहुंचकर उनके पंजीयन के दस्तावेजों की जानकारी ली। साथ ही पंजीयन नहीं होने पर उसे तत्काल करवाने के भी सख्त निर्देश दिए। डॉ. प्रकाश शर्मा ने शहर में सुबह 7 बजे से ही कार्रवाई शुरू कर दी। वह सबसे पहले हाईटेक लैब पहुंचे। इस लैब में कुछ दिन पूर्व ही सीएमएचओ डॉ. एचएल ताबियार ने भी जांच कर पंजीयन कराने के निर्देश दिए थे। लेकिन संचालक ने अब तक पंजीयन का आवेदन नहीं किया था। इस पर डॉ. शर्मा ने सख्त नाराजगी व्यक्त की।
हालांकि संचालक स्वयं मौजूद नहीं था और मौजूद कार्मिक भी अनुभवी नहीं मिले। इस पर कार्मिक स्वयं ने ही लैब पर ताला लगा दिया और डॉ. शर्मा से पंजीयन करवाकर ही शुरू करने की बात कहीं। इसी प्रकार राज सहारा और धारा लैब का भी निरीक्षण किया। यहां पर पंजीयन तो पाया गया, लेकिन बोयोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट का पंजीयन नहीं था। इस पर दोनों को प्रोसेस शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही दोनों जगह कई प्रकार के दस्तावेज प्रदर्शित नहीं किए गए थे। इस पर डॉक्यूमेंट प्रदर्शित करने और इसकी एक कॉपी स्वास्थ्य भवन में दिखाने के निर्देश दिए। पीसीपीएनडीटी समन्वयक हरिकांत शर्मा ने बताया- संयुक्त निदेशक अधिकांश लैबों की जांच करना चाहते थे। लेकिन तीन लैबों की जांच के बाद कई लैब बंद मिली। इस दौरान डीपीओ ललित सिंह झाला भी मौजूद रहे।