जैसलमेर। जिले के पूर्व विधायक रूपाराम धनदेव बईया गांव पहुंचे। जहां उन्होंने लंबे समय से धरना दे रहे ग्रामीणों से मुलाकात की। बईया गांव में धरणार्थीयो से मिल पूर्व विधायक ने हर सम्भव मदद का भरोसा दिया। इस दौरान उन्होंने धरना दे रहे ग्रामीणों से कहा कि ये हमारा हक है, और सरकार व प्रशासन को ओरण बचाने व राजस्व रिकार्ड में दर्ज करवाने में महत्वपूर्ण भागीदारी निभानी चाहिए।
पूर्व कांग्रेसी विधायक रूपाराम धनदेव ने इस दौरान ग्रामीणों के साथ आईनाथ देवी के दर्शन भी किए। उन्होंने बताया कि पूर्व की कांग्रेस सरकार में जैसलमेर विधानसभा में लगभग 30 हजार बीघा से अधिक ओरण पूर्व एमएलए ने अपने प्रयास से राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करवाई थी। और वे इस बार भी पूरे प्रयास करेंगे कि ओरण भूमि को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज किया जाए।
1 महीने से जारी है धरना
गौरतलब है कि जैसलमेर जिले के बईया गांव में ओरण गोचर बचाने के लिए पिछले करीब एक महीने से धरना दिया जा रहा है। धरने पर बैठे ग्रामीणों ने बताया कि सोलर व अन्य प्रोजेक्ट ने किसानों, पशुपालकों व जन साधारण को चिंता में डाल रखा है। विकास के नाम पर पीढ़ियों से आरक्षित भूमियां, जंगल, चारागाह, ओरण व गोचर सभी प्रोजेक्ट की चपेट में आ जाने से नष्ट हो रही है। इस कारण ग्रामीण धरना दे रहे हैं। शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी के नेतृत्व में शुरू हुआ धरना जारी है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक प्रशासन से लिखित में कोई आश्वासन नहीं मिल जाता है तब तक धरना जारी रहेगा।
ओरण भूमि को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करने की मांग
ग्रामीणों ने बताया कि बईया गांव की ओरण में स्थित देवी रोहिडायाली माता मंदिर, रोहिडा, कुमट, बोरडी, जाल व केर आदि वनस्पति के पेड़, घने जंगल व रेतीले धोरे धरती की शोभा हैं। पर्यावरण संतुलन का आधार है। पशु पक्षी, वन्य जीव जंतुओं का आश्रय स्थल है। इन सबको बचाने के लिए यहां के लोग धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके साथ ही सर्दी के मौसम में भी जंगल में ही रातें बिता रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी, विधायक छोटू सिंह भाटी, विधायक महंत प्रतापपुरी व नीम्बाराम के ओरण दौरा ने आंदोलनकारियों में आस जगाई है। अब पूर्व एमएलए रूपाराम धनदेव ने भी धरने को समर्थन देते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
निजी कंपनी के प्रोजेक्ट का विरोध
गौरतलब है कि निजी कंपनी द्वारा बईया गांव में सोलर प्रोजेक्ट के काम को शुरू करने पर ग्रामीणों ने पेड़ आदि काटने को लेकर विरोध शुरू किया। इस दौरान पुलिस ने 14 लोगों को पकड़ा भी। शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने थाने के आगे धरना देकर लोगों को छुड़ाया। इसके बाद से ग्रामीण निजी कंपनी के काम का विरोध कर रहे हैं। लोगों कि मांग है कि जंगल कि जमीन को पहले ओरण में दर्ज करवाई जाए उसके बाद ही कंपनी को काम करने देंगे। इसको लेकर शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी पर राजकार्य में बाधा का मामला भी दर्ज हो चुका है।