बाड़मेर। जिले के चौहटन पुलिस ने प्री-डीएलएड एग्जाम में फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार कर डमी अभ्यार्थी बिठाने के आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी 6 माह से फरारी काट रहा था। वांटेड गुजरात में जाकर गोदामों और कारखानों में मजदूरी कर रहा था। पुलिस ने दबिश देकर पकड़ा। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
पुलिस के अनुसार बीएसटीसी प्रवेश 2024 के एग्जाम 30 जून 2024 को आयोजित हुए। इसमें परीक्षार्थी नरसिगाराम पुत्र दूदाराम निवासी मंगले की बेरी की जगह फर्जी दस्तावेज तैयार कर ओमप्रकाश पुत्र अनाराम निवासी डुंगरी सरवाना जिला सांचौर को डमी परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा देते पकड़ा था।
फिंगर प्रिंट नहीं मिलान होने पर पकड़ा फर्जी अभ्यर्थी
6 माह पहले कस्बे के एक केंद्र पर आयोजित बीएसटीसी प्रवेश परीक्षा में आरोपी मूलाराम ने फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार कर ओमप्रकाश निवासी डूंगरी को फर्जी परीक्षार्थी बनाकर परीक्षा दिलाई थी। वास्तविक अभ्यर्थी नरसिंगाराम निवासी कितनोरिया के स्थान पर ओमप्रकाश परीक्षा में बिठाया था।
परीक्षा के दौरान ऑनलाइन आधार के फिंगर प्रिंट में अंतर पाए जाने पर ओमप्रकाश पकड़ा गया था। ओमप्रकाश से पूछताछ के बाद फर्जी अभ्यर्थी को परीक्षा में बैठाने का खुलासा हुआ। मूलाराम पुत्र भीयाराम निवासी कितनोरिया का नाम सामने आया था। उसके नाम का खुलासा होने की भनक लगने ही मूलाराम बीते 6 माह से फरार चल रहा था।
चौहटन थानाधिकारी सोमकरण ने बताया- थाना स्तर पर टीम बनाकर आरोपी मूलाराम पुत्र भीयाराम निवासी कितनोरिया को पकड़ने के लिए अलग-अलग संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। लेकिन आरोपी घटना के बाद गुजरात की तरफ मजदूरी पर चला गया। तकनीकी और सूचना के आधार पर आरोपी मूलाराम को साबरकांठा जिले के तालोड़ तालुका में होने की पुख्ता जानकारी मिलने पर टीम वहां पर पहुंची।
तीन दिन तलाश के बाद आरोपी पकड़ा
टीम ने लगातार तीन दिन तक फैक्ट्री, कारखानें में तलाश की। आरोपी को गांव खैरोल तहसील तालोड साबरकांठा गुजरात से डिटेन किया गया। इसके बाद पुलिस वहां से पकड़कर चौहटन लेकर आई वहां पर पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। कार्रवाई में हेड कॉन्स्टेबल नाथुराम, कॉन्स्टेबल तगाराम, हरलाल पूनिया, मूलाराम शामिल रहे।