रिपोर्ट : गजेन्द्र जांगीड़ जोधपुर :- शहर के मध्य स्थित आधुनिक बाई जी का तालाब परिसर को एक साल पूर्व तक सरकार ने यहाँ 14 करोड़ रुपए जेडीए ने लगाकर नये विकास कार्य करा कर बनाया था। पिछले एक साल मे नई सरकार बन जाने के बाद इस बाई जी के तालाब का कोई धन्नी धोरी (जिला प्रशासन जेडीए नगर निगम पुलिस यातायात पुलिस) नही है। इस तालाब की काफी सारी पत्थर की जालिया टूट चुकी है। फ़ूड कोट के छपरे हटा कर बंद कर दिया, झूले तोड़ दिये।यहाँ आस पास के बच्चों ने अब इस परिसर में एक क्रिकेट खेलने का मैदान बना कर रोजाना खेलते है। इसके बाथरूम के दरवाजे सामने बैठे भिखारियों ने जान बुझकर तोड़ उसे अपने उपयोगी बना लिया है। यहाँ अभी कोई भी सुरक्षा हेतु गार्ड या चौकीदार हर वक्त नहीं रहता है। ठेकेदार भी परिसर के मेंटनेंस पेटे हर महीने लाखों रुपए सरकारी विभागों की से बिना कुछ सफाई किए उठा रहे है। हर रोज बाई जी तालाब की दुर्दशा खराब होती जा रही है। तालाब के अंदर गंदा पानी मे काई प्लास्टिक बोतले व कचरे से भरा हुआ है और तालाब के मुख्य द्वार के ठीक पास व सामने काफी सारे भिखारियों ने यहाँ डेरा डाल रखा है।
सरकार ने जो चौदह करोड़ जो बाई जी तालाब को सुन्दर बना कर विकास हेतु लगाए थे और यहां की गंदगी को भी पूरी तरह से मिटाया था वो वापस उसी तरह से बन चुका है। ठेकेदार जिला प्रशासन के संबंधित विभाग भी यहाँ आंखे मुंद कर बैठे तमाशे देख रहे है और मेंटनेंस का पैसा भी उड़ाते जा रहे है।
सोजती गेट व्यापारी संस्था सचिव एडवोकेट विजय शर्मा (सचिव) ने हटाया कि मुख्य मंत्री, जिलाधीश, सांसद, विधायक, महापौर, पार्षद व जिला प्रशासन के संबंधित अधिकारियों से मांग गई कि बाई जी तालाब परिसर का तुरंत मौका मुहायना के लिए संबंधित अधिकारियों को भेज कर संज्ञान लेकर परिसर की वापस विकास करवा कर स्वछता सुंदरता के साथ पर्यटन को बढ़ाने मे आगे आकार सहयोग करे।
Author: AKSHAY OJHA
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