हनुमानगढ़। गोवंश के वर्धन और रक्षा के लिए जंक्शन की नई धानमंडी में शुक्रवार से श्रीमद्भागवत कथा शुरू होगी। इस उपलक्ष्य में गुरुवार को जंक्शन की श्री दुर्गा मंदिर धर्मशाला से कथास्थल तक कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा शहर के मुख्य रास्तों से होती हुई नई धानमंडी में पहुंची। कलश यात्रा में जंक्शन व टाउन के श्रद्धालु शामिल हुए। दो जनवरी तक चलने वाली श्रीमद्भागवत कथा में कथा का वाचन गोसेवा धाम देहरादून के पंडित संतोष उपाध्याय करेंगे। दोपहर एक बजे से शाम चार बजे तक रोजाना श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन होगा।
इस मौके पर कथा वाचक पंडित संतोष उपाध्याय ने कहा कि जीवन संघर्ष रूपी रहता है। इस संघर्ष को मिटाने के लिए मनुष्य के हाथ से अच्छे या बुरे कर्म जाने-अनजाने में हो जाते हैं। इन बुरे कर्म का निपटारा-निवारण केवल और केवल गोसेवा से होता है, लेकिन आज के इस सनातनी युग में भी गोमाता सड़कों पर घूम रही हैं और बेसहारा हैं। एक भी गोमाता या गोवंश सड़कों पर बेसहारा न घूमे, उन्हें सहारा दिया जाए। इसके दो लाभ हैं। पहला गोमाता का आशीर्वाद मिलेगा और दूसरा रोजाना होने वाले हादसों पर अंकुश लगेगा। यदि गोमाता की सेवा कर उन्हें एक स्थान पर रखेंगे तो यह दो प्रकार के लाभ मिलेंगे। हमारा जीवन तर जाएगा।
इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक मोहित बलाडिय़ा, बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व प्रांत सहसंयोजक आशीष पारीक, स्वदेशी जागरण मंच के विजय कौशिक, विजय जांगिड़ आदि मौजूद रहे।