चित्तौड़गढ़। जिले के महिला एवं बाल हॉस्पिटल के पालना गृह में दो दिन पहले एक नवजात बालिका को छोड़ा गया था। बालिका के स्वस्थ होने के कारण आज गुरुवार को उसे बाल कल्याण समिति को सौंपा गया। बालिका को अब शिशु गृह में रखा जाएगा। लेकिन इसी बीच एक दंपति ने बालिका के बायोलॉजिकल पेरेंट्स होने का दावा किया। दंपति का आरोप है कि बालिका की मां के पहले पति ने बालिका का किडनैप किया था। उसके खिलाफ चंदेरिया थाने में मामला दर्ज किया गया। जबकि थानाधिकारी इस बात से इंकार कर रहे है। ऐसे में बाल कल्याण समिति ने मामले की जांच पूरी होने तक विचाराधीन रखा है।
3 हफ्ते की बालिका को छोड़ा पालना गृह में
23 दिसंबर शाम के 6:30 बजे महिला एवं शिशु हॉस्पिटल के पालना गृह की घंटी बजी। पालना गृह में एक 3 हफ्ते की बालिका रोती हुई मिली। बालिका को तुरंत NICU में एडमिट किया। बालिका पूरी तरह स्वस्थ थी लेकिन उसे दो दिन के लिए अंडर ऑब्जरवेशन में रखा गया। एडमिट करने के दौरान बच्ची का वजन 3.49 किलो का था। डॉक्टर जयसिंह मीणा की निगरानी में बच्ची का इलाज चला। उसे आंचल मदर मिल्क बैंक से दूध पिलाया गया। आज बुधवार को बालिका को बाल कल्याण समिति को सौंपा गया। अब बालिका का वजन 3 किलो 90 ग्राम है। इस दौरान बाल कल्याण समिति अध्यक्ष प्रियंका पालीवाल, सदस्य सीमा भारती, नीता लोठ, ओमप्रकाश लक्ष्कार, शिवदयाल लखावत मौजूद रहे।
बालिका को लेकर दंपति ने किया दावा
प्रियंका पालीवाल ने बताया कि हम बच्ची को लेकर आए और उसे राजकीय शिशु गृह के अधीक्षक चंद्र प्रकाश जीनगर को सौंप दिया। अब बच्ची का ध्यान शिशु गृह में रखा जाएगा। लेकिन उसी समय एक दंपति भी यहां आए और उन्होंने बालिका के बायोलॉजिकल पेरेंट्स होने का दावा किया। दंपति पहले हॉस्पिटल गए जहां से उन्हें बाल कल्याण समिति भेजा गया। दंपति ने अभी एक प्रार्थना पत्र और कुछ डॉक्यूमेंट पेश किए। लेकिन अभी हमने मामला विचाराधीन रखा है। पहले पूरी मामले की जांच होगी, उसके बाद ही फैसला लिया जाएगा।
उलझी हुई कहानी, एक दंपति ने किया दावा
जानकारी में आया कि बच्ची की मां ने तीन शादियां की। वो दो साल से अपने तीसरे पति के साथ रह रही थी। बालिका भी उसी की बेटी बताई जा रही है। लेकिन बताया जा रहा है कि दूसरे नंबर के पति ने बालिका को नशे में किडनैप किया और लेकर जा रहा था। इस दौरान बच्ची सड़क पर गिर गई और वो बालिका को मौके पर छोड़ कर भाग निकला। वहां से गुजर रही एक महिला ने उसे उठाकर पालना गृह छोड़ दिया। दंपति के अनुसार चंदेरिया थाने में उन्होंने मामला दर्ज करवाया। जबकि थानाधिकारी धर्मराज मीना ने ऐसा कोई भी मामला दर्ज होने की बात से इंकार किया।
अब आगे क्या होगा?
अगर यह दंपति द्वारा सही बात कही होगी तो किडनैप करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई होगी और दंपति को बच्ची को सौंप दिया जाएगा। वहीं, अगर ये झूठी निकली तब भी दंपति पर कोई केस नहीं होगा क्योंकि यह सुरक्षित परित्याग था।