जयपुर। महर्षि अरविंद के वैदिक ज्ञान पर आधारित दो दिवसीय सम्मेलन विद्वत्-वृत्त लिविंग वेद-2024 का आयोजन त्रिवेणीनगर स्थित केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में हो रहा है। सम्मेलन का उद्घाटन शनिवार सुबह हुआ, जिसमें राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष प्रोफेसर वासुदेव देवनानी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कई पुस्तकों का विमोचन किया। श्री अरविंद सोसायटी जयपुर के सचिव दीपक तुलस्यान ने बताया- शुरुआत के सेशन में में प्रो. अभिराज राजेन्द्र मिश्र ने ‘महर्षि अरविंद का राष्ट्र दर्शन’ पर व्याख्यान दिया। फ्लोरिडा के प्रो. मार्कंड आर पराजंपे ने ‘श्रीअरविंद और एस. राधाकृष्णन: वैदिक व्याख्याशास्त्र पर बहस’ पर विचार रखे। दोपहर के सेशन में डॉ. सुषमा सिंघवी, डॉ. प्रवीण पंड्या, प्रो. नरेन्द्र अवस्थी और अन्य विद्वानों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।
देशभर से आए संस्कृत विद्वानों और व्याख्याताओं ने सम्मेलन में भाग लिया। वहीं, यूएसए, बेल्जियम और यूके के विद्वान ऑनलाइन जुड़े। इन सत्रों में वैदिक साहित्य और महर्षि श्रीअरविंद के योग, दर्शन और विचारों पर गहन चर्चा हुई।
इन विषयों पर आयोजित होंगे सेशन
- श्रीअरविंद की दृष्टि में सोम का रहस्य
- केनोपनिषद: श्रीअरविंद भाष्य का वैशिष्टय
- उपनिषदों का महत्व
- श्रीअरविंद का योग एवं वेद
- महर्षि श्रीअरविंद के दर्शन का वर्तमान शिक्षा में प्रभाव
- सम्मेलन रविवार को भी जारी रहेगा। आयरलैंड में भारतीय राजदूत अखिलेश मिश्रा, डॉ. आर. नारायणस्वामी और अन्य स्पीकर्स के सेशन आयोजित होंगे। रविवार को विद्वानों के और सत्र होंगे, जिनमें वैदिक ग्रंथों की आधुनिक व्याख्या और उनके प्रासंगिकता पर शोध प्रस्तुतियां होंगी।
- विद्वत्-वृत्त लिविंग वेद-2024: सम्मेलन की शुरुआत, कई सत्र हुए संपन्न