भीलवाड़ा। विधायक अशोक कोठारी ने आगामी बजट में भीलवाड़ा विधानसभा के विकास के लिए मुख्य मांगो को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र सौंपा। मीडिया प्रभारी पंकज आडवाणी ने बताया कि, विधायक कोठारी ने विधानसभा विकास के लिए पत्र में लिखा कि
भीलवाड़ा को स्मार्ट सिटी में शामिल किया जाए, सुपर स्पेशलिस्ट विंग प्रदान करना, एलिवेटेड रोड मय आरओबी निर्माण, ईआरसीपी परियोजना में शामिल करने बाबत, यूनिवर्सिटी स्थापना बाबत, स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना सहित मुख्य मांगे है।
भीलवाड़ा को स्मार्ट सिटी में शामिल किया जाए
वर्तमान में वस्त्र नगरी भीलवाड़ा के कपडा उद्योग का करीब 31 हजार करोड़ का टर्नओवर है, भीलवाड़ा को राजस्थान का मैनचेस्टर कहा जाता है और इसी के साथ ही भीलवाड़ा GDP में राजस्थान के तीसरे स्थान पर आता है।
सुपर स्पेशलिस्ट विंग प्रदान करना
भीलवाड़ा जिला महात्मा गांधी अस्पताल में 100 किलोमीटर से अधिक की परिधि से आने वाले मरीजों का इलाज करता है। इसी के साथ भीलवाड़ा में चार लाख स्क्वायर फिट भूमि राजकीय चिकित्सालय के नाम से रिजर्व करवा रखी है। उक्त भूमि पर अगर राजमाता विजयराजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के अधीन ही एक 250 बेड सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सालय राज्य सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है तो यह भीलवाड़ा जिला ही नहीं अपितु आस-पास के जिले के लिए वरदान साबित होगा। भीलवाड़ा में कैंसर इलाज की सुविधा नहीं होने से मरीजों को जयपुर व अहमदाबाद उपचार करवाने जाना पड़ता है। इस हेतु भीलवाड़ा हेतु टर्सरी कैंसर केयर सेंटर यूनिट की स्थापना अत्यंत आवश्यक है।
एलिवेटेड रोड मय ROB निर्माण
भीलवाड़ा के बढ़ते यातायात दबाव और भोगोलिक परिस्थिती को देखते हुए एक एलिवेटेड रोड मय आरओबी का निर्माण अत्यंत ही आवश्यक है, इससे जनता को यातायात में सुगमता मिल पाएगी और शहर के विकास को गति प्रदान होगी।ERCP परियोजना में शामिल करने बाबत
भीलवाडा एक सुखा प्रभावित क्षेत्र होने के कारण किसानों का पलायन, उद्योगों का पलायन आदि की मार झेल रहा है, वर्तमान में पेयजल की भी सप्लाई चम्बल के जल से हो रही है, भीलवाड़ा, कोटा, टोंक, अजमेर के निकट होने के कारण ERCP परियोजना का केंद्र बिन्दु बन सकता है, इस हेतु सम्पूर्ण भीलवाड़ा को ईआरसीपी परियोजना में शामिल किया जाये।
यूनिवर्सिटी स्थापना हेतु
भीलवाडा में वर्तमान में 6 लाख से अधिक की जनसँख्या निवासरत है, वर्ष 1951 से भीलवाडा में एमएलवी कॉलेज स्थापित है और वर्तमान में 2 राजकीय महाविद्यालय स्थापित है जिनमें 16 हज़ार से अधिक विधार्थी अध्यनरत है तथा आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रो से बच्चे भीलवाडा अध्यन हेतु आते है और सभी कॉलेज अजमेर MDS यूनिवर्सिटी से संबंधित है, जिसमे विद्यार्थी को कुछ भी कार्य होने पर अजमेर जाना पड़ता है, इस समस्या के निदान हेतु भीलवाड़ा के लिए एक यूनिवर्सिटी स्थापना अतिआवश्यक है।
स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना
स्पोर्ट्स केवल मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि यह करियर के रूप में लिया जा रहा है, स्पोर्ट्स के माध्यम से व्यक्ति अपने पैशन व करियर को आगे बढ़ा सकता है, वर्तमान में भीलवाडा में स्पोर्ट्स कॉलेज नहीं है, जबकि भीलवाड़ा के खिलाडियों द्वारा कुश्ती, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, जैसे कई अन्य खेलों में राष्ट्रीय नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन कर चुके हैं, भीलवाडा में एक स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना आने वाले समय में देश को कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाडी देगी।
Author: AKSHAY OJHA
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