बाड़मेर। जिले में सर्दी बढ़ने के साथ हॉस्पिटल में ओपीडी की संख्या में बढ़ गई है। हॉस्पिटल में ज्यादातर मरीज खासी, जुकाम, गला खराब होने के मरीज सामने आ रहे है। डॉक्टर का कहना है कि बीते 7 दिनों में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है।
दरसअल, बाड़मेर जिले के सबसे बड़े हॉस्पिटल में रोजाना 3-4 हजार ओपीडी हो रही है। साल 2024 में जिला हॉस्पिटल में ओपीडी 10 लाख 88 हजार 215 रोगी पहुंचे। वहीं इस दौरान 61 हजार 466 मरीज भर्ती हुए। एक साल में कुल 11 लाख 49 हजार 681 मरीजों का जिला हॉस्पिटल में इलाज किया गया। मेडिसन ओपीडी में आने वाले रोगियों की संख्या देखा जाए तो 50-60 प्रतिशत रोगी मेडिसीन में आए है। मौसम बीमारियों के रोगियों की संख्या सबसे अधि रही। जिसमें वायरल पीड़ितों के अलावा मलेरिया, डेंगू, पीलिया, न्यूमाेनिया के रोगी भी शामिल है। बीते एक वीक से ज्यादातर मरीज बुखार, खांसी, गला खराब होने के सामने आ रहे है। वहीं न्यूमोनिया के मरीज भी आ रहे है।
डॉक्टरर कहना है कि बीते 7-10 दिनों में सबसे ज्यादा मरीज बढ़े है वो सबसे ज्यादा गले बीमारी के मरीज आ रहे है। जिसमें गले में दर्द होना, खरा होना, खासी के साथ मरीज ओपीडी में रेगुलर आ रहे है। मरीजों में लंबे समय तक खासी रहना उनका नॉर्मल इश्यू बन रहा है। कई ओल्ड ऐज से रिलेटेट है। उन मरीजों में फीवर लॉग समय के लिए आ रहे है। बीते दो-तीन हमने जो केस देख है। नीमोनिया केस सामने आ रहे है। ऐसे मरीजों को हिदायत देते है सर्दियों में अपना जाब्ता रखते हुए ठंडी चीजे कम सेवन करें। ठंड बढ़ने के साथ बीमार होने पर तुंरत डॉक्टर से संपर्क कर दवाई लेवें। ज्यादा सीरियस होने पर इमरजेंसी में दिखाए जिसने तत्काल प्रभाव से उपचार करके भर्ती किया जा सकें।