दौसा। मेहंदीपुर बालाजी कस्बे की एक धर्मशाला में चार लोगों के शव मिले। मृतकों में माता-पिता और बेटा-बेटी हैं, जो उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले थे। सूचना मिलने पर बालाजी चौकी पुलिस मौके पर पहुंची।
जानकारी मिलने पर टोडाभीम थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। एफएसएल और एमओबी टीम को भी मौके पर बुलाया गया है। प्रथम दृष्टया सुसाइड की आशंका जताई जा रही है।
2 दिन पहले धर्मशाला में कमरा लेकर रुके थे
पुलिस ने बताया- 12 जनवरी को समाधि वाली गली स्थित रामा-कृष्णा आश्रम धर्मशाला में एक परिवार के चार लोग कमरा किराए पर लेकर रुके थे। परिवार के सदस्य नितिन कुमार पुत्र सुरेंद्र उपाध्याय निवासी रायपुर, देहरादून (उत्तराखंड) के नाम से रुके थे। सभी लोग 14 जनवरी को दोपहर बाद चेक आउट करने वाले थे।
मंगलवार शाम करीब 7.30 बजे सफाई कर्मचारी कमरे के बाहर पहुंचा तो वहां कोई हलचल नहीं दिखी। इसकी जानकारी मैनेजर गुड्डू भालपुर को दी गई, जिसने पहुंचकर देखा तो कमरे में 4 डेड बॉडी पड़ी हुई थी। सूचना पर चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। जानकारी मिलते ही टोडाभीम थाना इंचार्ज भी मौके पर पहुंचे।
एसपी बोले- प्रथम दृष्टया सुसाइड की आशंका
करौली एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया- एक परिवार के माता-पिता और बेटा-बेटी चारों मृत अवस्था में मिले हैं। कमरे में दो शव बेड और दो जमीन पर पड़े हुए मिले। मौके पर क्राइम सीन से किसी प्रकार के संघर्ष के निशान नहीं मिले हैं।
एसपी ने बताया- प्रथम दृष्टया सुसाइड का मामला लग रहा है, लेकिन पोस्टमॉर्टम और विसरा रिपोर्ट से ही स्थिति क्लियर हो पाएगी। देहरादून के रायपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी है, वे सुबह आएंगे। ऐसा लग रहा है कि परिवार के सदस्य लॉक खोलकर लेटे ही थे, तब मौत हो गई।
दोपहर को सभी खाना खाने गए थे बाहर
धर्मशाला के मैनेजर गुड्डू ने बताया- माता-पिता के साथ बेटा और बेटी 12 जनवरी की शाम को धर्मशाला में आए थे। परिवार के सदस्यों के अनुसार पिता और बेटी पर कोई संकट था, जिसके निवारण के लिए वे मेहंदीपुर बालाजी धाम दर्शन करने आए थे। मंगलवार को दोपहर को सभी सदस्य बाहर खाना खाने गए थे। लौटते समय भी वे सभी ठीक लग रहे थे। मौत कैसे हुई, इसकी पुलिस जांच कर रही है।