जैसलमेर। जैसलमेर व बाड़मेर शहर सहित इन जिलों के करीब 700 गांवों व रक्षा संस्थानों में एक बार फिर से पेयजल आपूर्ति प्रभावित होने वाली है। इस बार वोल्टेज व लीकेज जैसी समस्या नहीं है। इस बार रखरखाव कार्य के चलते 3 दिन 72 घंटे का शटडाउन लिया जा रहा है। जिससे पानी का प्रोडक्शन शून्य हो जाएगा। ऐसे में एक बार फिर पेयजल संकट का सामना करना पड़ सकता है।
जलदाय विभाग के एसई कैलाश चंद मीणा ने बताया- बाड़मेर लिफ्ट पेयजल परियोजना में 16 जनवरी दोपहर 2 बजे से 19 जनवरी दोपहर 2 बजे तक 72 घंटे का संपूर्ण शटडाउन रहेगा। इस दौरान पानी का प्रोडक्शन नहीं हो पाएगा। लेकिन हम अलग-अलग जगहों से पानी की सप्लाई की व्यवस्था करेंगे ताकि लोगों को परेशानी नहीं आए।
बाड़मेर-जैसलमेर के 700 गांव होंगे प्रभावित
पानी के 72 घंटों के शटडाउन के चलते जैसलमेर व बाड़मेर जिलों में पेयजल सप्लाई नहीं हो पाएगी। इस वजह से एक बार फिर पेयजल संकट गहराने की संभावना बनी हुई है। जलदाय विभाग के अधिकारियों ने आमजन से पेयजल का दुरुपयोग नहीं करने की अपील की गई है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष गर्मी के मौसम से शुरु हुई पेयजल समस्या का सर्दी के मौसम में भी समाधान नहीं हो पाया। पिछले 7 माह से कभी वोल्टेज तो कभी लाइनों में लीकेज के कारण प्रोडक्शन डिमांड के मुताबिक कम हुआ। जिससे पेयजल संकट का सामना करना पड़ा।
मरम्मत का कार्य जरुरी, इसलिए लिया शटडाउन
जलदाय विभाग के एसई कैलाश चंद मीणा ने बताया कि बाड़मेर लिफ्ट पेयजल परियोजना के प्रथम चरण के संचालन एवं संधारण का कार्य जलदाय विभाग क्षेत्र द्वितीय जोधपुर के अतिरिक्त मुख्य अभियंता द्वारा 14 नवंबर 2024 को मैसर्स गोदारा कन्स्ट्रक्शन कंपनी मलार को दिया गया है। पूर्व के मैसर्स वीबी चौधरी मेहसाना गुजरात द्वारा संचालन एवं संधारण से संबंधित कुछ आवश्यक कार्य जैसे सम्प की सफाई (सम्प में जमा मिट्टी निकालना) व पम्प हाउस का संधारण आदि बाकी रहे थे। जिसके लिए पूर्व में 72 घंटे शटडाउन चाहा गया था। लेकिन सरकार के एक साल पूरे होने के कार्यक्रम व वित्त मंत्री बैठक होने के कारण शटडाउन नहीं मिल पाया। अब नहरबंदी से पूर्व शटडाउन लेकर सम्प की सफाई करवाई जाएगी।