टोंक। किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर 29 जनवरी को गांव बंद आंदोलन को सफल बनाने को लेकर किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट गुरुवार को टोंक आए। यहां किसान महापंचायत के पदाधिकारियों से चर्चा की और गांव बंद आंदोलन को सफल बनाने का आव्हान किया।
45,537 गांव आंदोलन में होंगे बंद
इस मौके पर रामपाल जाट ने कहा कि गांव बंद आंदोलन के लिए जागरण के प्रथम चरण में 20 जिलों में प्रवास पूरा हो चुका है। इस आंदोलन में राजस्थान के 45 हजार 537 गांव बंद होंगे। यह स्वैच्छिक है। इसमें किसी तरह का टकराव नहीं होगा। इस आंदोलन का प्रमुख उद्देश्य खेत को पानी और फसल को दाम है।
स्वैच्छिक होगा बंद
इस आंदोलन में सरकार के सामने सिंधु जल समझौते की पालना नहीं होने से पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने, माही परियोजना के पानी के लिए वर्ष 1966 में हुए समझौते की पालना करने, ERCP के ओएमयू को सार्वजनिक करने, फ़सल खराबे का उचित मुआवजा देने आदि मांगे है। उन्होने कहा कि इस आंदोलन में लोग गांव में रहेंगे। बाहर सफर नहीं करेंगे। इस दौरान महापंचायत युवा प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद चौधरी, अकबर खान आदि मौजूद रहे।