जालोर। शहर के सुंदेलाव तालाब पर करीब 19 माह पहले बने 23.86 लाख रुपए की लागत से बना ट्रैफिक सेफ्टी पार्क का लोकार्पण के बाद से ही बंद पड़ा है। प्रशासन इसका उपयोग नही कर सका है। यह पार्क शराबियों के लिए बैठने का एक ठिकाना बन गया है। वहीं इसको लेकर पार्क नगर परिषद व परिवहन विभाग एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे है।
आमजन व स्कूल के बच्चों को यातायात नियम के प्रति जागृत करने के लिए इसका निर्माण परिवहन विभाग के द्वारा पांच अक्टूबर 2023 को लोकार्पण किया। करीब 4 माह में यह पार्क बनकर तैयार हुआ लेकिन बनने के बाद से ही इस पार्क के गेट पर ताला लगाकर जिम्मेदार इसको भूल गये।
वहीं जिला प्रशासन की अनदेखी के चलते जिससे आमजन को इसका फायदा भी नही मिल पा रहा हैं। ऐसे में सरकार का 23 लाख से अधिक रुपए का दुरुपयोग हो रहा है। अब इस पार्क के गेट पर लगे लोक को शराबियों ने तोड़कर गेट खोल दिए हैं। जिससे यहां हर वक्त लोग शराब पीते हुए नजर आते है और पार्क में लगे शिलान्यास पत्थर व यातायात नियमों की जानकारी के लिए लगे बोर्ड सहित टूट गए है।
दोनों विभाग एक-दूसरे पर डाल रहे जिम्मेदारी
जालोर परिवहन विभाग के DTO छगन मालवीया ने बताया कि आमजन व स्कूल के बच्चों को यातायात नियम के प्रति जागृत करने के लिए इसका निर्माण परिवहन विभाग ने कराया था। जिसमें करीब 23.86 लाख रुपए का बजट था। लेकिन जमीन नगर परिषद की है। इसलिए अधिकारियों के निर्देशानुसार परिवहन विभाग ने यह पार्क नगर परिषद को हैंडओवर कर दिया था। अब यह पार्क नगर परिषद की जिम्मेदारी है। लोकार्पण के बाद ही पार्क की चाबी नगर परिषद के अधिकारियों को सौंप दी थी। लेकिन अब सड़क सुरक्षा सप्ताह को लेकर पार्क में सफाई कराई गई है। स्कूल के छात्र-छात्राओं को लेजाकर यातायात नियमों की जानकारी दी जायेगी।
हमने सिर्फ जमीन दी, जिम्मेदारी परिवहन विभाग की
नगर परिषद आयुक्त दिलीप माथुर ने कहा कि परिवहन विभाग को हमने पार्क बनाने के लिए सिर्फ जमीन दी है। बाकी पार्क का संचालन करना और उससे संबंधित गतिविधियां कराना परिवहन विभाग की जिम्मेदारी है।