कोटा। जिले में स्टूडेंट्स की सुसाइड का सिलसिला रुक नहीं रहा है। बीती रात जवाहर नगर थाना क्षेत्र में एक छात्र ने नानी के घर फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। छात्र का चार दिन बाद जेईई मेन्स का एग्जाम था।
खिड़की के एंगल में फंदा लगाने से पहले स्टूडेंट देर रात तक भाई के साथ पढ़ाई कर रहा था। पास के कमरे में सो रहे मौसेरा भाई ने सुबह घटना की जानकारी परिवार को दी।
मामला जवाहर नगर थाना क्षेत्र का शुक्रवार देर रात का है। एएसआई जवाहर सिंह ने बताया- मनन जैन (17) बूंदी जिले के इंदरगढ़ इलाके का रहने वाला था।
परिवार ने बेटे का पोस्टमार्टम करवाने से मना कर दिया। मनन के मामा महावीर जैन ने बताया कि परिवार की सहमति से उसका नेत्रदान किया गया है।
भाई फोन करता रहा, लेकिन जवाब नहीं मिला
मनन के मामा ने बताया- वह 12वीं क्लास का स्टूडेंट था और साथ में जेईई की तैयारी कर रहा था। करीब 3 साल से कोटा में रहकर पढ़ाई कर रहा था। उसकी मौसी का लड़का कॉलेज में पढ़ता है।
नाना के घर में दोनों ही रहते थे। घर के फर्स्ट फ्लोर के कमरे में शुक्रवार रात 12 बजे तक साथ में पढ़ाई कर रहे थे। इसके बाद मौसी का लड़का सोने दूसरे कमरे में चला गया।
सुबह मनन को फोन किया, लेकिन उसने नहीं उठाया। तब उसके मौसी के लड़के को फोन किया। उसने मनन के कमरे में जाकर देखा तो फंदे पर लटका मिला।
परिवार की इकलौता बेटा था मनन
मामा ने बताया कि- मनन का परिवार बूंदी में रहता है। उसके पिता मनीष जैन बिजनेसमैन हैं। वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान था।
परिवार ने आपसी सहमति से बेटे के नेत्रदान का फैसला किया। मामा ने बताया- मनन पढ़ाई में काफी होशियार था। उसका 22 जनवरी को जेईई मेन्स का पेपर भी था। सुसाइड का कारण पता नहीं चला है।