झालावाड़। जिले में युवाओं को नशे और मोबाइल की लत से मुक्त करने के लिए एक बड़ी पहल की जा रही है। आगामी 20 जनवरी को भवानीमंडी के दशहरा मैदान में ‘बचपन बचाओ-नशा और मोबाइल की लत मिटाओ’ थीम पर एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में जिले के करीब 2 लाख स्टूडेट एक साथ नशा मुक्ति की शपथ लेंगे।
जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई। जिला परिषद् के सीईओ शम्भुदयाल मीणा को इस कार्यक्रम का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। कार्यक्रम सुबह 11 बजे से शुरू होगा। बैठक में नोडल अधिकारी मीणा ने चिंताजनक आंकड़े साझा किए कि राष्ट्रीय सर्वेक्षण के अनुसार देश में 10 से 17 वर्ष आयु वर्ग के करीब 1.48 करोड़ बच्चे और किशोर नशीले पदार्थों का सेवन कर रहे हैं। साथ ही मोबाइल की बढ़ती लत ने बच्चों को शारीरिक और बौद्धिक गतिविधियों से दूर कर दिया है।
जिला कलेक्टर राठौड़ ने बताया कि यह कार्यक्रम झालावाड़ में स्वस्थ और जागरूक समाज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सामूहिक शपथ से न केवल स्टूडेंट्स में अनुशासन और एकजुटता की भावना विकसित होगी, बल्कि वे अपने व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भी प्रेरित होंगे। नशे की समस्या अब छोटे शहरों तक पहुंच गई है, जबकि मोबाइल की लत छोटे-बड़े सभी शहरों में समान रूप से देखी जा रही है। नशे और मोबाइल की लत के कारण हमारी नई पीढ़ी का भविष्य खतरे में जा रहा है।
उन्होंने बताया कि झालावाड़ जिले के स्टूडेंट्स को इन समस्याओं से बचाने के लिए जिला कलेक्टर ने एक सकारात्मक पहल करते हुए झालावाड़ जिला मुख्यालय पर पिछले दिनों एक युद्ध नशे के विरूद्ध अभियान का आगाज किया। इस अभियान के दूसरे चरण में सोमवार को जिले के सभी स्कूलों और कॉलेजों के स्टूडेंट्स सुबह 11 बजे अपने-अपने स्थान पर खड़े होकर नशे और मोबाइल की लत के खिलाफ शपथ लेंगे। जिला कलेक्टर ने विभिन्न सामाजिक और निजी संगठनों से इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर भाग लेने की अपील की है।