झुंझुनूं। जिले के सबसे बड़े राजकीय बीडीके अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए अच्छी खबर है। यहां जल्द ही ब्लड सेपरेशन यूनिट की शुरुआत होगी। इसके लाइसेंस मिल गया है।
ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन के विशेषज्ञ की नियुक्ति भी कर दी गई है। अब यहां आने वाले मरीजों को परेशान नहीं होना पडे़गा।
बीडीके अस्पताल में चार साल पहले ब्लड सेपरेशन की मशीन उपलब्ध कराई गई थी। लेकिन लाइसेंस और विशेषज्ञ नहीं होने से यूनिट का संचालन नहीं हो पा रहा था।
ऐसे में यहां आने वाले रोगियों को निजी अस्पताल की ओर रुख करना पड़ा रहा था। लेकिन अब जल्द ही (बीडीके) अस्पताल में ब्लड सेपरेशन यूनिट की शुरुआत जल्द कर दी जाएगी।
यूनिट संचालन के लिए अस्पताल को लाइसेंस मिल चुका है। ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन के विशेषज्ञ की नियुक्ति भी कर दी गई है। यूनिट शुरू होने से जरूरतमंद रोगियों को अस्पताल में ही ब्लड कंपोनेंट्स उपलब्ध हो जाएंगे। इससे जिलेभर से आने वाले रोगियों को राहत मिल सकेगी।
पीएमओ डॉ राजवीर राव ने बताया कि जल्द ही यूनिट का संचालन कर दिया जाएगा। यूनिट के संचालन के लिए स्टाफ को ट्रेनिंग दी जा रही है। लगभग सभी तैयारी कर ली है। यहां आने वाले मरीजों को राहत मिलेगी।
इन्हें मिलेगा फायदा
यूनिट शुरू होने से खासकर डेंगू, थैलेसीमिया, स्वाइन लू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों में ग्रसित मरीजों को फायदा मिलेगा। ब्लड सेपरेशन यूनिट से प्लेटलेट्स, लाल रक्त कोशिकाएं (आरबीसी), श्वेत रक्त कोशिकाएं (डब्लूबीसी) और प्लाज्मा जैसे खून के घटकों की जरूरत पूरी होगी। यह यूनिट विशेष रूप से डेंगू, थैलेसीमिया, स्वाइन लू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों में मरीजों के लिए फायदेमंद साबित होगी, जहां प्लेटलेट्स की आवश्यकता होती है। मशीन डोनर के खून से प्लेटलेट्स निकालकर खून को पुनः डोनर के शरीर में वापस भेज देती है। इससे मरीजों को राहत मिलती है और इलाज में आने वाली आर्थिक परेशानियां भी कम होती हैं। जयपुर जैसे बड़े शहरों के चक्कर नहीं लगाने पडें।