कोटा। कोटा डीआरएम ऑफिस में कार्यरत महिला पर डमी अभ्यर्थी को बैठाकर नौकरी पाने का आरोप लगा है। आरोप भी महिला के पति ने लगाया है। पति का कहना है कि उसने डीआरएम कोटा, भीमगंजमंडी थाना, पश्चिम मध्य रेलवे महाप्रबंधक और विजिलेंस को भी शिकायत की थी। जिसके बाद शुरूआती जांच के बाद पत्नी को निलंबित कर दिया गया था लेकिन बर्खास्त नहीं किया गया। महिला ने नौकरी मिलने के बाद अपने पति को भी छोड़ दिया।
महिला के पति मनीष मीणा ने परिवार के साथ प्रेसवार्ता कर फर्जीवाड़े से नौकरी पाने के आरोप में पत्नी सपना मीणा को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की है। पति ने बताया- पत्नी सपना मीणा सवाईमाधोपुर की रहने वाली है। साल 2019 में आरआरबी बोर्ड अजमेर से ग्रुप-डी की भर्ती निकली थी, जिसमें उसकी पत्नी सपना मीणा ने अपना ऑनलाइन आवेदन किया था।
आवेदन करते समय अभ्यर्थी ने फोटो, साइन और फिंगर मिक्सिंग करके लगाए थे। आवेदन करने के बाद बोर्ड ने 2023 में परीक्षा आयोजित की थी, जिसमें सपना मीणा ने अपने रिश्तेदार (मौसा) जो रेलवे का कर्मचारी है। उससे मिलीभगत करके 15 लाख रुपए में दूसरी लड़की को डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा, वेरिफिकेशन एवं मेडिकल करवाया।
महिला कोटा डीआरएम ऑफिस में कार्यरत
सपना मीणा 25 अप्रेल 2023 को सीधे ट्रेनिंग करने सिरसा हरियाणा गई थी। ट्रेनिंग के बाद सपना मीणा को बीकानेर में ज्वॉइनिंग दी। वहां से उसने म्यूचल ट्रांसफर करवाकर 2024 में कोटा डिवीजन सीएनडब्ल्यू कंट्रोल कोटा में करवा लिया। वर्तमान में यह कोटा डीआरएम कार्यालय में कार्यरत है। मनीष ने बताया कि उसने अपनी पत्नी को नौकरी लगवाने के लिए अपनी खेती की जमीन पर 15 लाख रुपए का कर्जा लिया था।
पत्नी को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग
पति का कहना है- फर्जीवाड़े से नौकरी पाने की शिकायत डीआरएम कोटा, भीमगंजमंडी थाना, पश्चिम मध्य रेलवे महाप्रबंधक और विजिलेंस को की थी। जिसके बाद उसकी पत्नी को निलंबित कर दिया गया लेकिन बर्खास्त नहीं किया गया। इस पूरी गड़बड़ी में रेलवे के भी कई लोग शामिल हैं। उन्होंने पैसे का लेन-देन किया था।
मामले को लेकर जांच जारी
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने बताया- सपना मीणा का कुछ पारिवारिक मामला चल रहा है।सपना के खिलाफ अपॉइंटमेंट में रेगुलेटरटी शिकायत मिली थी।अभी उसे सस्पेंड कर रखा है। मामले की जांच की जा रही है।
वेरीफाई इंस्पेक्टर राघवेन्द्र ने बताया- सपना को लेकर शिकायत आई थी। यह सीनियर डीएमई अंदर काम करती है। शिकायत पर जॉइंट कमेटी ने जांच की थी, जिसमें तीन एक आरपीएफ इंस्पेक्टर, एक मैं, एक डिपार्टमेंटल इंस्पेक्टर थे। हमने रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारी को दे दी थी। मामले में सपना मीणा का पक्ष जानना चाहा लेकिन उनका मोबाइल बंद मिला।