हनुमानगढ़। जिले में ग्राम पंचायत दो केएनजे को नगर परिषद में शामिल करने के विरोध में सोमवार को ग्रामीणों ने जिला कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया। ग्राम पंचायत दो केएनजे बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
समिति के प्रमुख शेरसिंह शाक्य ने बताया कि नगर परिषद में शामिल होने से गांव में मनरेगा योजना समाप्त हो जाएगी। जिससे ग्रामीणों को रोजगार का नुकसान होगा। साथ ही घरों के पट्टे बनवाने के लिए अधिक शुल्क देना पड़ेगा। उन्होंने चिंता जताई कि नगर परिषद में शामिल होने से गांव के टुकड़े हो जाएंगे और विकास कार्य प्रभावित होंगे।
ग्रामीणों ने सुरेशिया-खुंजा जैसी कच्ची बस्तियों का उदाहरण देते हुए कहा कि नगर परिषद क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। उन्होंने बताया कि दो केएनजे लंबे संघर्ष के बाद अलग पंचायत बनी है और हाल ही में नया पंचायत भवन का निर्माण हुआ है। नगर परिषद में शामिल होने से यह सब व्यर्थ हो जाएगा।
प्रदर्शन में सतपाल, दीनदयाल नाई, प्रमिला, गुरप्रीत, संगीता सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। सभी ने एकजुट होकर मांग की कि दो केएनजे को ग्राम पंचायत के रूप में ही रहने दिया जाए, ताकि गांव का विकास निरंतर जारी रह सके।