सीकर। जिले को संभाग व नीमकाथाना को जिला निरस्त करने के विरोध में सीकर बार संघ ने गुरुवार को कार्य बहिष्कार रखा। वकीलों ने वर्क सस्पेंड रखकर नीमकाथाना में हो रहे चक्काजाम व विरोध-प्रदर्शन का समर्थन किया।
बार संघ के अध्यक्ष भागीरथमल जाखड़ ने बताया- सीकर को संभाग व नीमकाथाना को जिला रद्द करने के बाद पूरे शेखावाटी में आक्रोश है। जिला कोर्ट के बाहर शुक्रवार से हर दिन पांच-पांच कर्मचारी अनशन पर बैठेंगे और धरना देंगे। इसके साथ ही महीने की 1 और 16 तारीख को कार्य बहिष्कार रखा जाएगा। यह सांकेतिक कार्य बहिष्कार रहेगा। पूरे सीकर जिले के अभिभाषक संघ इसी संघर्ष समिति के तहत कार्य करेंगे।
अध्यक्ष ने कहा- कांग्रेस की गहलोत सरकार ने राजस्थान में वर्षों से नए जिले व संभाग बनाने की मांग पर पूरी करते हुए सीकर जिले में से नीमकाथाना नया जिला बना दिया। साथ ही सीकर को संभाग बनाने की घोषणा भी कर दी थी। इसके बाद भौगोलिक दृष्टि से भी सीमांकन किया गया और अधिसूचना जारी कर दी। जिसके बाद सीकर संभाग अस्तित्व में आया। सीकर संभाग में चुरु, झुन्झनू, सीकर व नीमकाथाना जिलों को शामिल किया गया था।
पिछले 17 महीनों से सीकर संभाग मुख्यालय पर संभागीय आयुक्त, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त की नियुक्ति की गई थी। प्रशासनिक ढांचा धीरे-धीरे कार्य करने लगा। संभागीय मुख्यालय पर पुलिस आईजी की नियुक्ति की गई और आईजी ऑफिस बना दिया गया। जिनमें काम होने लगा था। लेकिन अब यहां के लोगों को फिर से जयपुर चक्कर काटने पड़ेंगे। वकीलों ने चेतावनी देते हुए कहा कि सीकर को संभाग व नीमकाथाना को जिला निरस्त करने का आदेश रद्द कर बहाली के आदेश जारी करने चाहिए।