जयपुर। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार को राजस्थान की पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट होटल क्लार्क आमेर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ महाकुंभ के नाम पर हो रही राजनीति को लेकर नाराजगी जाहिर की। वहीं केंद्र सरकार से बजट में राजस्थान को विशेष राज्य देने की मांग की।
सचिन पायलट ने कहा, मैं हर साल जयपुर आता हूं। मुझे लगता है कि हम होस्ट हैं। सबसे बड़ी यह है कि यहां सभी खुले मन से बात करते हैं। अलग – अलग विषयों पर विचारों का आदान – प्रदान होता है। भले ही सहमति न बने, लेकिन सुनना जरूरी है। उन्होंने कहा कि दुनिया में क्या कुछ हो रहा है। उस सभी पर जेएलएफ में चर्चा होती है। जिसमें जयपुर वासियों को दिल खोलकर सबका स्वागत करने का मौका मिलता है।
दुनियाभर में जेएलएफ हो रहा है। लेकिन खुशी की बात यह है कि इसका जन्म जयपुर में हुआ है। यह हमारे लिए गर्व का विषय है। इसलिए सबको सहयोग कर इसे और बड़ा बनाना चाहिए। क्यों कि ऐसे आयोजनों से पर्यटन को बढ़ावा मिलता है। बहुत कम राज्य होंगे, जिनके पास राजस्थान की तरह रिच आर्ट, कल्चर और हेरिटेज है। उसे बचाने की, बढ़ाने की जरूरत है। ताकि इससे एम्प्लॉयमेंट भी क्रिएट हो सके।
इस दौरान महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए प्रयागराज जाने के सवाल पर जवाब देते हुए सचिन पायलट ने कहा कि – हर व्यक्ति की अपनी निजी आस्था है। उसका दिखावा या उस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। वैसे भी हर व्यक्ति को अपने मजहब और धर्म की पालना करने की पूरी छूट है।
सचिन पायलट ने कहा कि कल केंद्र सरकार बजट जारी करने जा रही है लेकिन पिछले कई सालों में यह देखने को मिला है कि बजट में राजस्थान की अनदेखी की जाती है। जबकि राजस्थान क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य है। 8 करोड़ से ज्यादा लोग यहां रहते हैं। लेकिन केंद्र सरकार ने राजस्थान को लेकर गलत नजरिया अपना रखा है। राजस्थान में कोई नई राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं हो रही है। नई रेल लाइन से लेकर बड़े-बड़े प्रोजेक्ट तक नहीं दिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यहां तक की राजस्थान को विशेष राज्य का दर्जा तक नहीं दिया जा रहा है। पिछले बजट में तो वित्त मंत्री ने राजस्थान का नाम तक नहीं लिया था। ऐसे में मैं उम्मीद करता हूं कि राजस्थान की भाजपा सरकार केंद्र सरकार पर दबाव डालकर राजस्थान को फायदा दिलाने की कोशिश करेगी। ताकि राजस्थान में निवेश और रोजगार की संभावनाओं में वृद्धि हो।
सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान में भी विधानसभा सत्र की शुरुआत हो गई है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी की नेता बीजेपी सरकार के कार्यकाल में हुए कामकाज का लेखा-जोखा सदन में रखेंगे। जिस तरह से बीजेपी सरकार बनने के बाद स्कूलों को बंद किया गया है। जिलों को खत्म किया गया है। उसका जवाब सदन के पटल पर मांगा जाएगा।