अलवर। जिले में जयसमंद बांध के ठीक नीचे बहाव क्षेत्र में जहां 4 साल पहले सरकार को ही मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए NOC नहीं मिली। वहां अब भूमाफिया प्लॉटिंग कर आमजन को ठगने में लगा है। ग्रामीणों के अनुसार मत्स्य विभाग की 30 बीघा और कब्रिस्तान को आवंटित 4 बीघा जमीन पर भी अतिक्रमण कर प्लॉटिंग की रोड डाली दी। 13 दिन पहले प्रभारी मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा से ग्रामीण सर्किट हाउस मिले तो उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेता को अलवर ADM के सामने फटकार लगाते हुए कहा था कि कब्रिस्तान व श्मशान की जगहों को तो बख्श दो। इसके बाद ADM को जांच के निर्देश भी दिए थे।
बता दें कि कुछ दिन पहले केसरपुर के सरपंच व ग्रामीण अलवर कलेक्टर को शिकायत करके गए हैं। यह पूरा बहाव क्षेत्र है। किसी दिन जयसमंद बांध का पानी पहुंचा तो सब तहस नहस हो जाएगा। अभी जिम्मेदार पटवारी, कानूनगो व तहसीलदार बीजेपी नेता की पहुंच के कारण चुप हैं। नोटिस तक नहीं दिया। जबकि कलेक्टर ने तहसीलदार काे इस मामले में फटकार भी लगाई है।
भूमाफिया पर प्लॉटिंग करने का आरोप
केसरपुर के ग्रामीणों ने शिकायत दी थी कि यहां मत्स्य पालन की सरकारी जमीन और कब्रिस्तान की जमीन पर भूमाफिया ने प्लॉटिंग कर दी। कब्रिस्तान के लिए आवंटित की जमीन को भी नहीं छोड़ा। ग्रामीण शिकायत लेकर सर्किट हाउस पहुंचे तो मौके पर ही डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने एडीएम मुकेश कायथवाल के सामने अपनी पार्टी के नेता को फटकार दिया था। इस मामले में अफसरों को जांच करने के निर्देश भी दिए गए। उसके बाद भी मौके पर अवैध रूप से प्लॉटिंग बड़े स्तर पर जारी है। कोई रोक टोक नहीं है। मत्स्य पालन विभाग के अफसर भी चुप हैं। पटवारी व कानूनगो नोटिस तक देने से कतरा रहे हैं। जबकि इस जमीन पर पहले सिंचाई विभाग के एक्सईएन ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के लिए एनओसी यह कहते हुए नहीं दी थी कि यह बहाव क्षेत्र है।
42 बीघा मत्स्य पालन विभाग की जमीन
केसरपुर के सरपंच प्रतिनिधि उमरदीन नुसरत का कहना है यहां 42 बीघा मत्स्य पालन विभाग की जमीन है। जिस पर करीब 30 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया। यहां कब्रिस्तान की 4 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया। जो जमीन 2023 में कब्रिस्तान के लिए आवंटित कराई थी। इस जमीन पर अगस्त के महीने में कब्जा किया है। यहां मौके पर पटवारी हरनाथ मीना है। जिसके संज्ञान में मामला है। कानूनगो को भी शिकायत कर चुके हैं। ये अधिकारी बीजेपी नेता का दबाव मानते हैं। वह कुछ को खुद तबादला कराकर लेकर आया है। इस कारण उसे कोई रोक नहीं रहा है।
करीब 4 साल पहले सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए केसरपुर की सरकारी जमीन को चिह्नित किया गया था। जिसके लिए सिचाई विभाग से एनओसी मांगी तो XEN ने स्पष्ट इनकार कर दिया था। यह बहाव क्षेत्र में आता है। किसी तरह का निर्माण नहीं हो सकता है। वैसे भी पानी बढ़ने पर खतरा रहता है। अब वहां आमजन को गुमराह कर अवैध प्लॉटिंग कर दी। इस मामले में एडीएम व तहसीलदार से बात करने का प्रयास किया। लेकिन फोन रिसीव नहीं किए।