नागौर। एनीमिया मुक्त राजस्थान अभियान के तहत जिले में एनीमिया की रोकथाम और नियंत्रण को लेकर एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। सीएमएचओ डॉ जुगल किशोर सैनी की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यशाला में स्वास्थ्य, शिक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया, ताकि वे जमीनी स्तर पर कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू कर सकें। डॉ. सैनी ने खंड मुय चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ब्लॉक और ग्राम स्तर पर कार्यक्रम की प्रभावी मॉनिटरिंग करें। कार्यशाला का मुय उद्देश्य एनीमिया की स्थिति में सुधार लाना है।
एसीएमएचओ ने कहा कि छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं को आयरन की गोलियां समय पर उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, और महिला एवं बाल विकास विभागों का आपसी समन्वय अत्यंत आवश्यक है। अभियान के रीजनल कोऑर्डिनेटर शरद कुमार पारीक की ओर से आयरन एवं फोलिक एसिड, टेबलेट्स की उपलब्धता व वितरण पर चर्चा की गई। महिला बाल विकास विभाग के उपनिदेशक दुर्गा सिंह उदावत ने सुझाव दिया कि एनीमिया की दर को कम करने के लिए विद्यालयों और आंगनवाड़ी केंद्रों पर नियमित आयरन सप्लीमेंटेशन, स्क्रीनिंग और उपचार सुनिश्चित किया जाए।