सवाई माधोपुर। त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर शनिवार सुबह 10 बजे यातायात थम गया। करीब 10 मिनट जो जहां था वहीं ठहर गया। यहां बाघिन टी-107 त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर नजर आई। बाघिन सड़क पर चहलकदमी करती दिखाई दी। यहां बाघिन को देखकर पर्यटक रोमांचित नजर आए। हालांकि वन विभाग के अनुसार बाघ या बाघिन की पहचान नहीं हो पाई है।
वहीं जानकारों की मानें तो बाघिन टी-107 सुल्ताना का सुबह करीब दस बजे त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर मूवमेंट देखा गया। यहां श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बाघिन सड़क पर चहलकदमी करने के बाद सड़क पार कर जंगल में जाती हुई दिखाई दी। जिसके चलते यहां से गुजरने वाले वाहन कुछ देर के लिए रुक गए और बाघिन को निहारते दिखाई दिए। बाघिन सड़क पार कर सुरक्षा दीवार पर जंप लगाकर चढ़ती हुई दिखाई दी। बाघिन ने जंगल का रुख किया। यहां बाघिन का मूवमेंट करीब दस मिनट तक बना रहा। जिसके बाद बाघिन जंगल की ओर लौट गई। हालांकि की इस दौरान बाघिन सुल्ताना के शावक साथ दिखाई नहीं दिए। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी बाघिन का मूवमेंट अक्सर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर देखा गया है। बाघिन सुल्ताना की टेरेटरी रणथम्भौर के जोन नम्बर एक में हैं। जहां से निकलकर अक्सर वह त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग पर आ जाती है।
वहीं मामले को लेकर रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के ROPT(रेंज ऑफ प्रोजेक्ट टाइगर) के रेंजर अश्वनी प्रताप सिंह का कहना है आज अमराई में एक बाघ या बाघिन सड़क पार की थी। हालांकि उसकी पहचान नहीं हो सकी है। संभवतया यह बाघिन ऐरोहेड का फिमेल शावक है जो रणथम्भौर दुर्ग से उतरकर नीचे आया है और सड़क पार कर जंगल की ओर गया था।