सीकर। जिले की जीणमाता थाना पुलिस को सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने इलाके में फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर बनकर घूम रहे युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। थानाधिकारी दलीप सिंह ने बताया कि 7 मार्च को वह गश्त करते हुए दूधवा पहुंचे। जहां उन्हें मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि उदयपुरा मोड पर एक व्यक्ति राजस्थान पुलिस की वर्दी पहने कंधे पर तीन स्टार लगा हुआ खड़ा है। जो संदिग्ध नजर आ रहा है।
इस सूचना पर पुलिस टीम दूधवा से रवाना होकर उदयपुरा बस स्टैंड के पास पहुंची। जहां उन्होंने देखा कि दुकानों के आगे एक आदमी खड़ा है जो राजस्थान पुलिस की वर्दी पहने हुए हैं। जिसके कंधे पर 3 स्टार लगे हैं और पैरों में लाल जूते हैं। युवक के सिर पर लगी टोपी पर आईपीएस लिखा हुआ था। पुलिस टीम ने जब युवक से उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम सुरेश चौधरी होना बताया और कहा कि वह कोतवाली थाना सीकर में पोस्टेड है। सुरेश ने पुलिस को बताया कि अभी 2 से 3 महीने पहले ही वह भर्ती हुआ। लेकिन जब वहां मौजूद पुलिस टीम ने सीकर के कोतवाली थाना इंचार्ज सुनील जांगिड़ होना बताया तो वह चुप हो गया। आरोपी ने खुद का पूरा नाम सुरेश चौधरी (31) निवासी नारेडा, फागी होना बताया।
पुलिस टीम ने सुरेश को उसके आईडी कार्ड और पुलिस कार्ड के बारे में पूछा तो उसने बताया कि वह राजस्थान पुलिस में नौकरी नहीं करता है। पुलिस की वर्दी पहनकर वह आमजन को धोखे में रखकर अपने कई काम करवा लेता है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में बताया कि 6 जनवरी को उसने जयपुर में मनोज आसीवाल से 5 लाख रुपए ठगे थे। जिसमें उसने मनोज को खुद का लोन क्लियर करने के लिए बैंक में जमा करवाने और अगले ही दिन पैसे वापस देने की बात कही थी। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी सीकर शहर में ही रहता है।
आरोपी पर पूर्व में 3 मामले दर्ज हैं। साल 2024 में कोतवाली थाना इलाके में आरोपी ने चंदपुरा निवासी प्रभुदयाल के साथ ठगी की थी। तब आरोपी सुरेश ने खुद को बैंक में कर्मचारी होने की बात कहकर नोटों की गड्डी दिलवाने के बदले 1 लाख रुपए लेकर फरार हो गया। इसी आरोपी ने साल 2024 में भीलवाड़ा के शाहपुरा में भी ठगी की वारदात को अंजाम दिया। जहां उसने एक मोबाइल दुकान पर जाकर कहा कि वह शाहपुरा पुलिस थाने का इंस्पेक्टर है। आरोपी ने वहां 18 हजार रुपए का मोबाइल लिया। लेकिन उसके पैसे कल देने की बात कह कर वहां से चला गया। आरोपी साल 2020 में खुद की पत्नी का मर्डर भी कर चुका है। इस संबंध में मृतका के भाई ने जयपुर के फागी पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था कि 28 मार्च 2020 को उसके पास सुबह 7:58 पर कॉल आया था कि उसकी बहन सुनीता मकान के सामने मृत अवस्था में रोड पर पड़ी है। घटना के बाद पुलिस और परिजन मौके पर पहुंचे। अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए पुलिस ने जांच शुरू की। इसके बाद मामले में पुलिस ने आरोपी सुरेश को गिरफ्तार कर लिया था। पूर्व में दर्ज सभी मामलों में आरोपी जमानत पर है।
थानाधिकारी जीणमाता दलीप सिंह के अनुसार आरोपी बदमाश प्रवृत्ति का है। उसका हमेशा से इरादा लोगों से धोखाधड़ी करने का रहता है। वह पुलिस की वर्दी इसलिए पहनता था ताकि लोग जल्दी उसका विश्वास कर ले। और विश्वास में आकर वह लोगों से रुपए ऐंठ सके। आरोपी सीकर सहित अन्य कई धार्मिक स्थानों पर जाकर VIP ट्रीटमेंट भी ले चुका है। थानाधिकारी दलीप सिंह ने बताया कि पिछले करीब तीन-चार दिनों से उन्हें सूचना मिल रही थी कि इलाके में एक पुलिसकर्मी घूम रहा है, जो जीणमाता मंदिर में दर्शन करने भी गया था। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है। आरोपी ने वर्दी पर थ्री स्टार तो पुलिस इंस्पेक्टर की तरह लगा लिए। लेकिन सिर पर उसने जो टोपी लगा रखी थी वह IPS की थी। साथ ही वर्दी पर लगी डोरी भी अलग थी। इस पर पुलिस का शक और भी ज्यादा गहरा गया। अब पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।