जयपुर। जिले के चित्रकूट थाना पुलिस ने जीवनसाथी.कॉम वेबसाइट के माध्यम से महिला से सम्पर्क कर 23 लाख 85हजार रुपए की धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार मुख्य आरोपी खुद को इमिग्रेशन ऑफिसर बता कर युवती और महिलाओं के साथ ठगी की वारदात को अंजाम देता था। पुलिस ने उसके एक अन्य साथी को भी गिरफ्तार किया हैं। आरोपी के पास से पुलिस को फर्जी आईडी कार्ड और पीड़ित महिला का क्रेडिट कार्ड भी मिला हैं। डीसीपी वैस्ट अमित कुमार ने बताया कि पीड़िता ने चित्रकूट थाने में 7 मार्च को एक ठगी की रिपोर्ट दी। जिस में पीड़िता ने बताया कि उसकी आरोपी सन्नी नाहर से वेबसाइट जीवनसाथी कॉम पर बातचीत हुई। आरोपी सन्नी ने अपने आप को वर्तमान में विदेश मंत्रालय में ए ग्रेड इमिग्रेशन ऑफिसर के पद पर कार्यरत होना बताया व वाट्सएप्प पर जॉब आईडी कार्ड भेजा एवं वीडियो कॉल पर भी मंत्रालय का लोगो दिखाया व विश्वास में लेकर शादी का झांसा देकर उस से समय-समय पर वीडियो कॉल एवं चैटिंग करता रहा। आरोपी ने खुद के फर्जी परिवार से बात करा कर महिला को झूठा शादी का आश्वासन देता रहा। आरोपी ने खुद को इंटरव्यू पैनल में होने व इन्टरव्यू बेस पर विदेश मंत्रालय में पीडिता के भाई- बहन को नौकरी लगवाने व ऑस्ट्रेलिया में वर्किंग वीजा बनाने का झांसा देकर, पीडिता से कुल 23 लाख 85 हजार रुपए ट्रासफर करवा लिये। जिस के बाद से आरोपी ने पीड़िता का फोन उठाना और उस से सम्पर्क करना बंद कर दिया। जिस पर पीड़िता की ओर से थाने में रिपोर्ट दी गई। पुलिस ने पूरी घटना को बड़ी गम्भीरता से लेते हुए तत्काल टीम बनाई और साइबर टीम की मदद से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
इन दो कि हुई 48 घंटे में गिरफ्तारी
1 विक्की नाहर (40)पुत्र सूरजमुखी नाहर निवासी लेन नम्बर सी 13 सुभाष नगर पुलिस थाना क्लेमेन्ट टाउन जिला देहरादून उत्तराखण्ड
2- सन्त्री नाहर(33) पुत्र सूरजमुखी निवासी लेन नम्बर सी 13 सुभाष नगर पुलिस थाना क्लेमेन्ट टाउन जिला देहरादून उत्तराखण्ड को देहरादून उत्तराखण्ड
बदमाशों का धोखाधडी का तरीकाः आरोपी सन्नी नाहर ने पीडिता से जीवनसाथी.कॉम नामक ऑनलाइन वेबसाइट के जरिये सम्पर्क किया। मुख्य आरोपी सन्नी नाहर ने स्वयं को अविवाहित बता कर पीड़िता से शादी करने का झांसा दिया जबकि आरोपी पूर्व से विवाहित है तथा उसके 2 साल का एक बच्चा भी है। सह आरोपी विक्की नाहर जो कि मुख्य आरोपी सन्नी का सगा भाई है, ने भी पीड़िता से बातचीत कर अपने भाई सन्नी को अविवाहित होना ही बताया तथा दोनों भाईयों ने षडयंत्र पूर्वक पीड़िता से धोखाधडी की । आरोपी सन्नी ने स्वयं को भारत सरकार विदेश मंत्रालय में ए ग्रेड इमीग्रेशन ऑफिसर बताते हुए पीडिता को झांसे में लिया । आरोपी सन्नी ने स्वयं का इमीग्रेशन ऑफिसर का फर्जी आईडी कार्ड भी पीडिता को व्हाटसप पर भेजा ताकि पीडिता उस पर विश्वास कर सके । आरोपी सन्नी ने झांसे के माध्यम से ही पीडिता का क्रेडिट कार्ड भी प्राप्त कर लिया था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया हैं। पुलिस मान रही है कि दोनों भाइयों ने पूर्व में भी कई महिलाओं के साथ इस तरह की वारदात की होगी।