राजसमंद। जिले में पुष्टिमार्ग की तृतीय पीठ श्री द्वारिकाधीश मंदिर कांकरोली में बुधवार देर शाम राल उत्सव और 84 खंभ के दर्शन हुए। जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने राल की ज्वालाओं ओर 84 खंभ के दर्शन किए। इस दौरान श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा गया। राल दर्शन में मंदिर में दो बड़ी मशालों के ऊपर राल का मिश्रण डाला जाता है। जिसके बाद आग की ज्वाला उठती है जिसके श्रद्धालु दर्शन करते है। ये आग की लपटे 2 मंजिला तक ऊपर जाती है।
इसके बाद मंदिर में गुलाल अबीर उड़ाया जाता है। रसिया की टोली द्वारा रसिया गान किया जाता है। राल दर्शन में दो जलती हुई बड़ी-बड़ी मशालों के ऊपर पांच आयुर्वेदिक पदार्थ से बना मिश्रण फेंका जाता है। जिसमे आग भभकने से गुबार उठते हैं और जोरदार धुँआ होता है। इस आग के गुब्बार की तपन और यह धुआँ स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद माना जाता है। इसे शरीर के लिए कफ नाशक बताया गया है।