सीकर। जिले के नानी बीहड़ में गंदे पानी में बुजुर्ग का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। बुजुर्ग का शव पानी पर तैरते हुए देख ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस और सिविल डिफेंस को दी। सूचना पर सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंची। जिन्होंने करीब 20 से 25 मिनट की मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला। सिविल डिफेंस टीम के कैलाश मीणा ने बताया कि आज सुबह 9 बजे कंट्रोल रूम कलेक्ट्रेट पर सूचना मिली कि नानी बीहड़ के गंदे पानी में कोई शव मिला है। सूचना पर टीम मौके पर पहुंची। जहां करीब 20 से 25 मिनट में टीम के सदस्य रियाज खान,महेंद्र वर्मा, प्रदीप कुमावत,तुलसीराम कुमावत,अंकुर लाखीवाल,अक्षय मीणा ने मिलकर शव निकाला। शव पानी में रहने के चलते काफी ज्यादा गल चुका था।
मृतक के पास मिले आधार कार्ड के जरिए उसकी पहचान नानी गांव के ही रहने वाले पवन पारीक(72) पुत्र बोदूराम पारीक के रूप में हुई। पवन के बेटे महेंद्र ने बताया कि उसके पिता हलवाई का काम करते थे। पिता 5 मार्च की शाम से लापता थे। जिसकी उन्होंने अपने स्तर पर काफी तलाश की। लेकिन कुछ भी पता नहीं चल पाया। आज सुबह ग्रामीणों के जरिए उन्हें सूचना मिली कि बीहड़ के गंदे पानी में कोई डेडबॉडी मिली है। इस सूचना पर महेंद्र भी गए। इसके बाद उन्होंने अपनी पिता की पहचान की। घटना के बाद कई ग्रामीण और जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे हैं। जिनका कहना है कि नानी बीहड़ के गंदे पानी की समस्या पिछले कई सालों से चली आ रही है। कई लोगों की इसमें डूबने से मौत हो गई। लेकिन प्रशासन अब तक इसका कोई हल नहीं निकल पाया है। बीते दिनों नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी लोकसभा में नानी बीहड़ मुद्दा उठाया था। अब मांग है कि मृतक पवन के परिवार को उचित मुआवजा व अन्य सहायता मिले।