हनुमानगढ़। जिले में ऋण राशि न चुकाए जाने पर बैंक की ओर से सीज किए गए मकानों पर लगे ताले ग्राइंडर से काटकर कब्जा करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के अधिकारियों की ओर से पीलीबंगा पुलिस थाने में किसान नेता मंगेज चौधरी सहित आठ व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है। पुलिस के अनुसार एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड शाखा हनुमानगढ़ के प्राधिकृत अधिकारी सतनाम सिंह पुत्र दर्शन सिंह ने मामला दर्ज करवाया कि एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड वित्तीय सुविधा उपलब्ध करवाता है। एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड की हनुमानगढ़ शाखा की ओर से जसराम पुत्र मनफूल राम यादव निवासी पंडितांवाली को 30 मार्च 2018 को 8 लाख 40 हजार रुपए का ऋण दिया गया था। इस ऋण खाते में जसराम का पिता मनफूल राम भी सहऋणी था। जसराम ने अपने और अपने पिता के मकान के पट्टे बैंक के जमा कराए थे। खाता 8 जून 2022 को एनपीए होने के बाद कोर्ट के आदेश पर दोनों मकानों को 21 जनवरी 2025 को सील किया गया।
मकान सील होने के बाद से ही आरोपी सोशल मीडिया पर एयू स्मॉल बैंक के कर्मचारियों के प्रति अभद्र भाषा, शब्दों का प्रयोग कर लोगों को कानून की पालना न करने सम्बन्धी उकसाता रहता है। इसी क्रम में मंगेज चौधरी ने आपराधिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए षड्यंत्र रचकर 3 फरवरी 2024 को गांव पंडितांवाली में एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक की ओर से सीज किए गए दोनों मकानों पर लगाए गए तालों को गोपाल बिश्नोई निवासी पीलीबंगा, गुरजोत गोदारा, रामनिवास भादू, जगनप्रीत बराड़ निवासी पीलीबंगा गांव, अजय भादू, अमनजोत गोदारा, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अनिल चौधरी के साथ मिलकर ग्राइंडर से काट दिया। साथ ही मकान के ताले काटते हुए वीडियो वायरल किया।
मौके पर मौजूद लोगों से एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक और अन्य वित्तीय संस्थाओं पर आरोप लगाते हुए ऋण न चुकाने का आह्वान करते हुए इस प्रकार की वसूली कार्रवाई का विरोध करने और इस तरह किसी सीज किए मकान को मुक्त करवाने सम्बन्धी भविष्य में कभी भी जरूरत पड़ने पर सहयोगी रहने की बात कही गई। मामले में पुलिस ने मंगेज चौधरी, जसराम, गोपाल बिश्नोई, गुरजोत गोदरा, रामनिवास भादू, जगनप्रीत बराड़, अजय भादू, अमनजोत गोदारा, अनिल चौधरी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच हेड कॉन्स्टेबल संजय कुमार को सौंपी है।