बीकानेर। एक प्राइवेट निजी फायनेंस कंपनी के लोन की किश्त जमा नहीं कराने पर गुंडों ने कर्जदार बाप-बेटे को इतना पीटा कि उन्हें गंभीर हालात में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। फिलहाल दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। पुलिस ने मामला दर्ज करने के साथ ही वसूली करने वालों को ढूंढ़ना शुरू कर दिया है।
पुलिस को दी गई रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि एक निजी फायनेंस कंपनी से एक परिवार ने लोन लिया हुआ था। पिछले कुछ समय से आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण लोन जमा नहीं करवा सके। ऐसे में श्रीडूंगरगढ़ के हारुन व तैयब के साथ इनके पिता सफी काजी को धमकाने के लिए कंपनी के वसूली एजेंट पहुंच गए। आरोप है कि इनके पास हथियार थे। इन लोगों ने रुपए नहीं देने पर दोनों के साथ मारपीट की। बाप-बेटे तीन जनों को बुरी तरह पीट दिया है। जिनमें दो गंभीर घायलों को बीकानेर के पीबीएम असपताल रेफर किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एक निजी फायनेंस कंपनी के वसूली एजेंट्स ने किश्त वसूली के लिए गांव बाना के निकट प्रताप बस्ती निवासी हारून काजी के साथ मारपीट की, और वहां से इसे रेलवे फाटक के पास लेकर आए। यहां हारून व तैयब व इनके पिता सफी काजी के साथ धारदार हथियारों से मारपीट की है। तीनों गंभीर रूप से घायल हुए। क्षेत्र के लोग बाद में मौके पर पहुंच गए। यहां से तीनों को उपजिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से चिकित्सकों ने हारून व उसके पिता सफी काजी को बीकानेर रेफर कर दिया गया है। मौके पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए है। पुलिस एएसआई ग्यारसीलाल मौके पर पहुंचे व मामले की जांच कर रहें है।