हनुमानगढ़। विधुर के साथ पुनर्विवाह का ढोंग करने वाली एक युवती शादी के तीन दिन बाद ससुराल से जेवरात-नकदी लेकर भाग गई। भागने से पहले युवती ने व्यक्ति को बेहोशी की दवा मिला दूध पिलाया। इस दूध को पीने से वह बेहोश हो गया। शादी से पहले भी युवती ने कई बार रुपए ऐंठे। कीमती मोबाइल फोन लिया। एएसआई छोटूराम ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर नोहर पुलिस थाने में युवती सहित दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। दोनों आरोपियों ने खुद को लुटेरी दुल्हन गैंग कर सदस्य बताया। रिपोर्ट में पीड़ित प्रेमरतन (52) पुत्र लिखमीचन्द निवासी पुराने गुरुद्वारा के पास, वार्ड 15, नोहर ने बताया कि उसकी पत्नी कमला देवी का देहांत हो चुका है। पत्नी के देहांत के बाद उसके पुत्र-पुत्री अलग रहने लग गए। इस कारण उसके घर की देखभाल करने वाला कोई नहीं है।
इसकी जानकारी उसके रिश्तेदार गंगाराम पुत्र डूंगरदास निवासी खेजड़ा तहसील सरदारशहर जिला चूरू को होने पर गंगाराम दिसम्बर 2024 में उसके घर आया। गंगाराम ने कहा कि उसकी जानकारी में एक विधवा औरत है, जिसके साथ उसका विवाह करवा देगा। उसने गंगाराम की बातों पर विश्वास कर विवाह करने की हां भर ली। इसके बाद गंगाराम ने उसकी बात सुमन (38) पुत्री पन्नालाल निवासी घड़साना जिला श्रीगंगानगर से करवाई।
सुमन ने उससे कहा कि वह उसके साथ शादी कर लेगी, लेकिन उसने शादी करने के लिए खर्चा के रूप में एक लाख रुपए की मांग की। उसके बाद 9 जनवरी 2025 को गंगाराम व सुमन उसके घर आकर शादी के खर्चा के लिए एक लाख रुपए नकदी ले गए। सुमन ने उसे मोबाइल फोन दिलाने का भी कहा। इस पर उसने सुमन को तीस हजार रुपए कीमत का मोबाइल फोन दिला दिया। इसके बाद गंगाराम व सुमन ने उससे तीन-चार बार नकद रुपयों की मांग की। उसने तीन बार में पांच-पांच हजार रुपए व एक बार में 6500 रुपए, एक बार घी के डिब्बे में डाल कर 5500 रुपए सुमन व गंगाराम को दिए।
20 जनवरी 2025 को इन लोगों ने उसे सिवानी बुलाया। वहां सुमन ने उसके गले में वरमाला डाल कर पुनर्विवाह करने का ढोंग रचाया। उसके बाद सुमन उसके घर आ गई और करीब तीन दिन तक रूकी। इस तीन दिन की अवधि में सुमन ने उससे 80 हजार 806 रुपए के सोने के जेवरात, जिनमें कानों के टॉप्स, कोका, मंगलसूत्र, चांदी की पायल खरीद करवा ली। शादी के तीन दिन बाद सुमन ने रात्रि को दूध में कुछ मिलाकर वह दूध उसे पिला दिया। दूध पीने के बाद वह बेहोश हो गया। इसके बाद सुमन रातों-रात उसके घर से सोने-चांदी के जेवरात व करीब 20 हजार रुपए नकदी सहित अन्य कीमती सामान लेकर फरार हो गई।
सुबह होश आने पर उसने सुमन की तलाश की तो पता चला कि सुमन उसके रिश्तेदार गंगाराम के पास खेजड़ा, सरदारशहर चली गई है। उसने गंगाराम से चर्चा की तो गंगाराम ने कहा कि सुमन जेवरात व नकदी के साथ उसके पास आई हुई है। इस पर उसने गिरधारी स्वामी, श्रीनिवास मास्टर आदि को साथ लेकर 29 जनवरी 2025 को पंचायत की तो पंचायत में गंगाराम व सुमन ने कहा कि उनका काम ही उस जैसे लोगों के साथ विवाह करने का ढोंग रचाकर रुपए-जेवरात ऐंठने का है। वे तो लुटेरी दुल्हन गैंग के सदस्य हैं और उसके जैसे कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। इन लोगों ने घर से चोरी किए गए जेवरात व रुपए वापस लौटाने से इनकार कर दिया। पुलिस ने सुमन व गंगाराम के खिलाफ बीएनएस की धाराओं के तहत अभियोग पंजीबद्ध कर अनुसंधान एएसआई छोटूराम के सुपुर्द किया है।