बांसवाड़ा। शहर में स्थित बांसवाड़ा सिंटेक्स लिमिटेड कंपनी में 42 लाख के करीब रुपए की गड़बड़ी का मामला सामने आया है। यह गड़बड़ी किसी ओर ने नहीं बल्कि कंपनी के ही केशियर दीपक कुमावत के द्वारा की गई है। पूरे प्रकरण में जनरल मैनेजर राकेश मुंगनिया ने थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में बताया कि दीपक कुमावत कंपनी में केशियर के पद पर कार्यरत है। वो ही कंपनी के लिए रुपए देने और लेने के लिए चेक लेकर बैंक में आता जाता रहता है और लेनदेन करता है।
गत 31 मार्च को कम्पनी के एस. बी.आई. शाखा मोहन कॉलोनी के खाता नं 40802146349 के कम्पाइलेशन के दौरान यह पूरा मामला सामने आया। 25 मार्च को खाते से निकाले गए 20 लाख रुपए और 29 मार्च को निकाली गई राशि जमा नहीं कराई। गबन का सन्देह होने पर दीपक कुमावत एवं उनके पिता गुणवंत कुमावत को बुलाकर जानकारी ली गई। कैश के भौतिक सत्यापन के लिए दीपक कुमावत उसके पिता के सामने कंपनी के अधिकारी सुरेश कुमार , सुरेन्द्र सिंह शेखावत, विनित श्रीवास्तव, जीगनेश पंचाल ने सत्यापन किया। इसमें 42 लाख 66 हजार 169 रुपए कम मिले।
कैशियर से पूछताछ पर उसने स्वीकार किया कि सारी राशि कैशियर के हैसियत से कम्पनी की और से बैंक में से निकाली गई। बेईमानी से उसका उपयोग कर लिया। रिपोर्ट ने बताया कि वह की अभियुक्त कैशियर के पद पर 2023 से कार्यरत है ऐसे में तब से लेकर अब तक हुई गड़बड़ी की भी जांच करने के बाद उसकी रिपोर्ट अलग से दर्ज कराई जाएगी। इधर थानाधिकारी दिलीप सिंह ने बताया कि अभी रिपोर्ट दर्ज कराई है। कंपनी की ऑडिट में गड़बड़ी सामने आने के बाद कामनी की ओर से रिपोर्ट दी गई है। मामले में जांच के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।