सवाई माधोपुर। जिले में हिंगोनी के 1 युवक की जिंदगी को अवैध बजरी खनन परिवहन ने लील लिया। जिसके बाद ग्रामीण आक्रोशित नजर आ रहे हैं। यहां रातभर से ग्रामीण युवक का शव लेकर सड़क पर धरना देकर बैठे हैं। शनिवार रात को अवैध बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर से बाइक सवार पिता पुत्री घायल हो गई थी। जिसके बाद रविवार को उपचार के दौरान जयपुर में पिता की मौत हो गई थी। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने रविवार को सड़क पर शव रखकर कुंडेरा-श्यामपुरा सड़क मार्ग पर जाम लगा दिया और जमकर प्रदर्शन किया। शव को सड़क पर रखकर रविवार शाम को शुरू हुआ धरना पूरी रात चला। ग्रामीण पीड़ित परिवार को मुआवजा देने सहित अवैध खनन परिवहन पर अंकुश लगाने के साथ ही अवैध खनन में लिप्त आरोपी पुलिसकर्मियों के निलंबन की मांग पूरी करने को लेकर सोमवार सुबह तक अड़े रहे। जानकारी के मुताबिक मृतक युवक ऋषिकेश मीणा पुत्र हरिनारायण मीणा निवासी हिंगोणी शनिवार रात 9.30 बजे अपनी बेटी प्रिया के साथ रिश्तेदारी में गया हुआ था और बाइक से वापस अपने गांव के लिए आ रहा था। इसी दौरान श्यामपुरा तिराहे से आगे हीरामन की ढाणी के पास ओलवाड़ा बनास नदी से लगभग एक दर्जन ट्रैक्टर-ट्रॉली अवैध बजरी भरकर आ रहे थे। रात्रि में अंधेरे में आगे वाले ट्रैक्टर-ट्रॉली ने बाइक को जोरदार टक्कर मारी। जिससे ऋषिकेश सड़क पर गिर गया। घटना के बाद ट्रैक्टर ड्राइवर फरार हो गया।
घटना स्थल के पास घरों की महिलाओं ने बताया कि घायल के ऊपर से भी पीछे से आ रहे 3 ट्रैक्टर—ट्रॉली गुजरती चली गई। महिलाओं ने रोकने के लिए पत्थर भी फेंके, लेकिन एक भी ट्रैक्टर-ट्रॉली मौके पर नहीं रुकी। गांव में सूचना मिलने पर घायल को कुंडेरा CHC में उपचार के लिए लाया गया। घायल की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल भेजा गया। जहां से जयपुर रेफर कर दिया गया। जयपुर में उपचार के दौरान रविवार ऋषिकेश की मौत हो गई। जबकि मृतक की बेटी प्रिया का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। मृतक के पिता की ओर से दर्ज रिपोर्ट में पुलिस ने गुमराह कर खाली ट्रैक्टर दिखाने से गुस्साएं ग्रामीणों ने शव के साथ कुंडेरा-श्यामपुर सड़क मार्ग पर अवरोधक लगा कर जाम लगा दिया और धरने पर बैठ गए। यहां ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए। मृतक के परिजन व ग्रामीण अवैध बजरी खनन में लिप्त आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने, मृतक के परिजन को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपए मुआवजे मांग पर अड़े हुए हैं। ग्रामीण व को लेकर सड़क पर बैठे हुए हैं। फिलहाल पुलिस अधिकारियों की ओर से ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।