जोधपुर। जिले के पुराने हाईकोर्ट परिसर में फर्जी तरीके से वकील के तौर पर काम कर रहे एक व्यक्ति को पकड़ा गया। ये व्यक्ति और इसकी बेटी करीब 10 सालों से कोर्ट में वकील के रूप में पक्षकारों की पैरवी कर रहे है। कोर्ट में वकील की ड्रेस पहनकर मौजूद रहते है जबकि दोनों वकील नहीं है। दोनों पर बार काउंसिल की फर्जी सनद बनाकर दस्तावेजों की कूटरचना का आरोप है। दरअसल, जोधपुर के राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मंगलवार को वकील नहीं होने के बावजूद फर्जी तरीके से वकील बनकर आमजन के साथ धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया है। इसके तहत संगठन के अध्यक्ष रतनाराम ठोलिया के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने फर्जी वकील को पकड़कर उदय मंदिर थाना पुलिस को सौंप दिया।
संगठन के अध्यक्ष रतनाराम ठोलिया और महासचिव शिवलाल बरवड़ ने बताया- फर्जी वकील भवानी सिंह शुक्ला को आज सुबह पावटा स्थित NIA कोर्ट में संगठन के पदाधिकारी एडवोकेट मोहम्मद अली राव, श्याम सिंह गादेरी, मोहन जाखड़, सुरेंद्र सिंह गागुड़ा सहित अन्य अधिवक्ताओं के सहयोग से पकड़ा गया। दोनों कोर्ट में मुवक्किल की ओर से पैरवी कर रहे थे, जिन्हें पकड़ कर उदयमंदिर पुलिस को सौंपा गया है। संगठन के महासचिव की ओर से उदय मंदिर में थाने में रिपोर्ट भी दी गई है। दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर कठोर कानूनी कार्यवाही की मांग की गई है। बता दे कि पूर्व में भी संगठन की ओर से निजामुद्दीन नामक व्यक्ति को पकड़ा गया था। इधर, फर्जी तरीके से वकील बनकर आमजन के साथ धोखाधड़ी करने वालों को लेकर संगठन अध्यक्ष रतनाराम के नेतृत्व में बैठक भी हुई इसमें उपाध्यक्ष धीरेंद्र दाधीच, महासचिव शिवलाल, सह सचिव विजेंद्र पूरी, पुस्तकालय सचिव कांता राजपुरोहित, कोषाध्यक्ष विमल कुमार माहेश्वरी सहित वकील मौजूद रहें।