भरतपुर। जिले के सेवर सेंट्रल जेल में 21 मई को फंदा लगाकर सुसाइड करने वाले कैदी के शव का आज पोस्टमॉर्टम किया गया। 2 दिन से मृतक कैदी के परिजन करौली में प्रदर्शन कर रहे थे, जिस पर आज सहमति बन गई। इस बीच परिजनों ने करौली पुलिस और सेवर जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए है। मृतक कैदी रावी उर्फ राजवीर के भाई ओमप्रकाश निवासी नाहरगढ़ थाना सदर करौली ने बताया कि राजवीर के गले पर मिले निशान, गमछे का नहीं लगता है। संदेह है कि राजवीर की हत्या कर उसके शव को लटकाया गया है। शव को देखकर लगता है कि बहुत प्रताड़ित किया गया है। जब करौली पुलिस ने राजवीर को पकड़ा था, तो उन्होंने भी उसे उसे पीटा होगा। उसके बाद जेल प्रशासन ने भी उसे टॉर्चर किया है।
सीओ पंकज यादव ने बताया कि सेवर जेल में पॉक्सो की सजा काट रहे कैदी राजवीर ने जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसके शव का आज पोस्टमार्टम करवाया गया है। ऐसे मामले में ज्यूडीशियरी जांच होती है। परिवार वालों को भी आश्वस्त किया जाता है। राजवीर के परिजनों ने सेवर थाना पुलिस को शिकायत दे दी है। मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि राजवीर को करौली कोर्ट ने पॉक्सो एक्ट के मामले में मरते दम तक जेल में रहने की सजा सुनाई थी। 3 मई को जलने की शिकायत पर राजवीर को आरबीएम अस्पताल में भर्ती किया गया था। 4 मई की रात को राजवीर RBM अस्पताल के जेल वार्ड से फरार हो गया था। 19 मई को करौली पुलिस ने राजवीर को पकड़कर भरतपुर की मथुरा गेट थाना पुलिस के हवाले कर दिया था। जिसके बाद 20 मई को राजवीर को कोर्ट में पेश कर उसे जेल भेज दिया गया। 21 मई को राजवीर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।