झुंझुनूं। ज़िले की इंडाली ग्राम पंचायत में हुए सवा करोड़ रुपये के गबन मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में पंचायत की वर्तमान सरपंच नानची देवी पत्नी सज्जन कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई ग्राम विकास से जुड़े फंड के अनियमित भुगतान के गंभीर आरोपों के तहत की गई है। पुलिस थानाधिकारी चंद्रभानसिंह चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि 18 फरवरी 2025 को पंचायत समिति के विकास अधिकारी करणीराम जाट निवासी हेजमपुरा ने इस घोटाले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट के अनुसार, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, जयपुर द्वारा ई-पंचायत पोर्टल प्रभारी से निर्देश प्राप्त होने के बाद एक जांच कमेटी का गठन किया गया। इस कमेटी द्वारा की गई जांच के आधार पर यह चौंकाने वाला मामला सामने आया। जांच रिपोर्ट में बताया गया कि ग्राम पंचायत इण्डाली के ग्राम विकास अधिकारी पीयूष भारद्वाज के कार्यालय से कुल 605 भुगतान फर्जी संविदा कर्मचारियों और वेन्डर्स के नाम पर किए गए थे। ये सभी भुगतान एक ही मोबाइल नंबर के सिंगल ओटीपी से मंजूर किए गए थे, जिससे इस फर्जीवाड़े की पुष्टि होती है।
जांच में सामने आया कि इन फर्जी भुगतानों के जरिए करीब 90 लाख 74 हजार रुपये अनधिकृत व्यक्तियों के खातों में ट्रांसफर किए गए। गौरतलब है कि पंचायत स्तर पर किए गए सभी भुगतानों में सरपंच और सचिव के संयुक्त हस्ताक्षर अनिवार्य होते हैं, जिससे यह साफ होता है कि इस घोटाले में दोनों की मिलीभगत रही है। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर बैंक और पंचायत कार्यालय से संबंधित रिकॉर्ड जब्त किए। दस्तावेजों की छानबीन के बाद सरपंच नानची देवी को दोषी पाते हुए गिरफ्तार किया गया। इससे पहले इसी मामले में 26 मई को विकास अधिकारी पीयूष भारद्वाज पुत्र रमेशचंद्र शर्मा, निवासी सूर्यविहार कॉलोनी, वार्ड नंबर 22, झुंझुनूं को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। एसएचओ चंद्रभानसिंह चौधरी ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और इस घोटाले से जुड़े अन्य लोगों की भूमिका भी खंगाली जा रही है। यदि जांच में और नाम सामने आते हैं तो और गिरफ्तारियां भी संभव हैं।