अलवर। जिले के सरकारी स्कूल में बच्चों की पिटाई का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि टीचर सोनल मिश्रा की पिटाई से एक बच्ची का कंधा भी उतर गया। इतना ही नहीं बच्चों की मां को भी क्लास से धक्के देकर बाहर निकाला। स्कूल की बच्चियों का ये भी आरोप है कि टीचर ने चोटी पकड़कर उन्हें दीवार पर मारा। मामला शहर के राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक स्कूल लादिया गेट में गुरुवार दोपहर 1 बजे का है। इसके बाद परिजनों ने कोतवाली थाने में शाम 5 बजे टीचर के खिलाफ शिकायत दी। इधर, टीचर सोनल मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर शुक्रवार को बच्चों और उनके परिजनों ने स्कूल पर तालाबंदी कर दी।
भाई की क्लास में बैठने पर थी नाराजगी
आंगनबाड़ी सहायिका भगवती ने बताया कि आंगनबाड़ी में मुकेश सोनी का छोटा बेटा पढ़ता है। ये आंगनबाड़ी स्कूल के साथ ही है। इसी स्कूल में सोनी का बड़ा बेटा भी पढ़ता है। आंगनबाड़ी की 2 बजे छुट्टी होती है और स्कूल की शाम 4 बजे। 2 बजे छुट्टी होने के बाद सोनी का छोटा बेटा बड़े भाई की क्लास में जाकर बैठ जाता था। मंगलवार को भी जब मुकेश सोनी अपने बच्चों को लेने आए तो टीचर सोनल मिश्रा ने इसे लेकर आपत्ति की और अपशब्द कहे। बुधवार को बच्चों की मां आई तो उसके साथ ही टीचर ने ऐसा ही व्यवहार किया और अपशब्द कहने लगी। आरोप है कि टीचर ने बच्चों की मां को क्लास रूम से धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। इस पर बच्चों की मां ने वीडियो बनाना चाहा तो टीचर ने उसका मोबाइल तोड़ दिया और कोतवाली थाने में महिला के खिलाफ परिवाद दे दिया। जब पुलिस ने बच्चों को इस बारे में पूछा तो टीचर की गलती बता दी। पुलिस के जाने के बाद गुस्साई टीचर ने बच्चों को बेरहमी से पीटा। इसमें 8वीं क्लास की बच्ची की भी पिटाई कर दी। गुरुवार दोपहर 1 बजे जब परिजनों को इस बारे में पता चला तो वे स्कूल पहुंचे और हंगामा करने लगे। हंगामा बढ़ता देख टीचर स्कूल छोड़कर चली गई। हंगामे की जानकारी एडीएम सिटी महावर को मिली तो उन्होंने शिक्षा विभाग के एडीईओ जय प्रकाश शर्मा को इसकी जानकारी दी। इसके बाद शर्मा और सुरेंद्र यादव मौके पर पहुंचे।
टीचर बोलीं-बच्चों की पिटाई का आरोप गलत
मामले को देखते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने परिजनों से समझाइश की। एडीईओ जय प्रकाश शर्मा ने बताया कि टीचर को नोटिस जारी कर मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। वहीं टीचर सोनल मिश्रा का कहना है कि आंगनबाड़ी के बच्चों की छुट्टी होने के बाद कुछ बच्चे स्कूल क्लास में आ जाते हैं। मैंने इस बारे में परिजनों को कहा था। बच्चों की पिटाई के आरोप गलत हैं। आंगनबाड़ी में काम करने वाले घनश्याम गुर्जर और जीतू बेवजह माहौल बना दिया। मैंने आज दिन तक बच्चों को नहीं मारा। मैं तो उन्हें गिफ्ट लाकर देती हूं। इधर, जिस बच्ची की पिटाई की उसके परिजनों का कहना है कि उसे बिना वजह ही पीट दिया गया, जबकि उसकी कोई गलती नहीं है। पिटाई के बाद गुरुवार शाम 5 बजे कोतवाली थाने में शिकायत भी दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पिटाई के दौरान बच्ची को हॉस्पिटल ले जाया गया। डॉ. हीरालाल ने बताया कि बच्ची के कंधे पर चोट के निशान है। उल्टे हाथ का कंधा उतर गया है। कोतवाली थाना अधिकारी नरेश कुमार का कहना है कि इस मामले में रिपोर्ट मिलने पर जांच की जाएगी।
इधर, स्कूल में तालाबंदी, टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग
इधर, शुक्रवार सुबह स्कूल खुलने के साथ ही इस मामले को लेकर विवाद बढ़ गया। बच्चों के परिजन स्कूल पहुंचे और प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद स्कूल पर तालाबंदी कर दी। परिजन टीचर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े हुए है। उनका कहना है कि शिकायत के बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। बताया जा रहा है विवाद को बढ़ता देख टीचर सोनल मिश्रा भी शुक्रवार को स्कूल नहीं पहुंची।