बाड़मेर। जिले के शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी व उसके परिवार ने अपने घर से नई पहल की। उन्होंने शादी समारोह में शराब और नशे पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर सर्व समाज की 51 कन्याओं के सामूहिक कन्यादान का संकल्प लेकर न केवल समाज को नई दिशा दी है। बल्कि एक आदर्श दिशा भी स्थापित की है। भाटी और उनके परिवार ने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मल्लीनाथ हॉस्टल और बाहड़राव हॉस्टल के लिए 11-11 लाख रुपए का योगदान देने की घोषणा की है। रविंद्र सिंह भाटी ने कहा समाज और सामाजिक स्तर के मचों पर कुरोतियों को मिटाने की बात रखी है। एक मंच पर मैंने शिक्षा में आगे बढ़ने और नशे से दूर रहने की बात कही थी। जब मंच से नीचे उतरा तो एक महाशय ने कहा कि बातें करना बहुत आसान है। करें देखों तो मैं मानों। उस बात को काफी साल हो गए। मैंने उनका जवाब दिया कि समय आने पर जरूर करेंगे। कुछ दिन पहले चर्चा चलती थी कि सामाजिक तौर पर शादी में गोल टेबलों की फेंशन आ गई। शादी के जरिए शक्ति प्रदर्शन होने लगा। मुझे लगा कि इसकी शुरूआत घर से करनी पड़ेगी। अगर खुद ने शुरूआत की तो कहीं पर कहने का हकदान बनोंगे। अर्थ का सदुपयोग होना चाहिए। लक्ष्मी आप पर मेहरबान है तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसका दुरूपयोग किया जाए। आज का समय शिक्षा का है। तमाम शिक्षण संस्थानों को मजबूत करने की जरूरत है।
भाई की शादी में नहीं करेंगे शराब और नशे पर खर्च, 51 बच्चियों का करेंगे कन्यादान
भाटी ने कहा कि मेरी बहनें है लेकिन सगी बहन नहीं है। मेरा मन था कि कन्यादान करूं। मैंने मेरे परिवार में चर्चा की तो उन्होंने हां भरी। परिवार सदस्यों ने कहा कि अपने पूर्वजों ने सर्व समाज को जब भी जरूरत रही है। सब तैयार रहें। आप लोग युवा पहल करोंगे तो बहुत बढ़िया है करनी भी चाहिए। उनके मार्गदर्शन में सर्वसमाज की 51 बच्चियों का कन्यादान करेंगे। हमारी जो रीति-रिवाज और परंपरा है उस धरोहर को लेकर करेंगे। यह हमारा फर्ज और कर्तव्य है। जितने भी साथी है उनसे भी निवेदन करेंगे कि नवाचार लेकर आओ। एक बदलाव की बहुत ज्यादा जरूरत है।
बदलावा की शुरूआत की खुद से
मारवाड़ क्षेत्र में विवाह समारोहों में शराब और नशे की परंपरा एक गहरी जड़ें जमाएं हुई हैं। इसे स्टेटस सिंबल के रूप में देखा जाता है, जो साधारण परिवारों पर भारी वित्तीय बोझ डालता है। इन खर्चों से न केवल आर्थिक असमानता बढ़ती है, बल्कि सामाजिक कुरीतियां भी बल पाती हैं। रविंद्र सिंह भाटी ने इस कुप्रथा के खिलाफ नशा-मुक्त विवाह का उदाहरण पेश कर यह दिखाया कि बदलाव की शुरूआत खुद से की जा सकती है। उनका यह निर्णय न केवल प्रशंसनीय है, बल्कि समाज के अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
शिक्षा बढ़ावा देने के लिए 11-11 लाख रुपए की घोषणा
विधायक भाटी ने शिक्षा के क्षेत्र में भी योगदान देते हुए रावल मल्लीनाथ छात्रावास और श्री बाहड़राव छात्रावास के लिए 11-11 लाख रुपए के योगदान की घोषणा की। कार्यक्रम में भीमसिंह ,किशोर सिंह, श्यामसिंह दूधोड़ा, रामसिंह माडपुरा, मलसिंह उडखा,कमलसिंह, प्रेमसिंह नागडदा, खुमानसिंह थूंबली, नरपतसिंह, हाकम सिंह, मेघसिंह इंद्राई, गोपाल सिंह मगरा ,विजयसिंह, हरी सिंह, डूंगरसिह सहित सैकड़ों की लोग उपस्थित हुए। संचालन खेतसिंह घोनिया ने किया।