भीलवाड़ा। जिले की पुर थाना पुलिस ने ड्राइवर को पिस्टल दिखाकर स्कॉर्पियो लूटने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने भीलवाड़ा बाइपास पर 27 फरवरी को लूट की वारदात की थी, जिसकी पीड़ित पक्ष ने अगले दिन रिपोर्ट दी थी। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। गिरफ्तार आरोपियों में महाराष्ट्र के धूलिया जिले के मेहर गांव निवासी शैलेश भामरे, बालोतरा निवासी रामनिवासी विश्नोई, डीग जिले के मुंगसका निवासी शहरुद्दीन मेव और मुख्तार उर्फ मुकीम मेव शामिल हैं।
यह था मामला
पुर थाना प्रभारी पुष्पा कासोटिया ने बताया- 28 फरवरी को अनिल बैरागी ने पुर थाने में रिपोर्ट दी। बताया कि वो उज्जैन निवासी अपने मामा प्रेमकुमार बैरागी की स्कॉर्पियो का ड्राइवर है। 27 फरवरी को उसके परिचित सद्दाम उर्फ भय्यु खान के द्वारा स्कॉर्पियो की बुकिंग उज्जैन से अजमेर के लिए की गई थी। परिवादी को डीमार्ट उज्जैन पर शाम को पहुंचने के लिए कहा था। वो डीमार्ट पहुंचा, वहां दो-तीन व्यक्ति आए और गाड़ी में बैठ गए। वहां से अजमेर के लिए रवाना हुआ। रास्ते में जावरा के पास इनका एक आदमी और बैठा। इसके बाद रास्ते में एक होटल पर सभी ने खाना खाया और वहां से रवाना हुए। चित्तौड़गढ़ बाइपास पर स्कॉर्पियो में बैठे एक व्यक्ति ने उल्टी का बहाना कर गाड़ी रुकवाई। गाड़ी रोकने पर परिवादी ड्राइवर को नीचे उतारा और मारपीट कर गाड़ी में पटकने के बाद हाथ-पैर व मुंह बांध दिया। बंदूक दिखाकर धमकाया। गाड़ी में पटकने के बाद ये लोग उसे एकांत में ले गए और जेब से सात हजार रुपए, मोबाइल व स्कॉर्पियो लूट ली और उसे वहीं झाड़ियों में पटककर चले गए। सुबह किसी ने उसे बंधा हुआ देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और उसके हाथ-पैर व मुहं को खोला। उसका इलाज करवाया। उसने बताया कि अज्ञात लोगों ने उसे अगवा कर रुपए, मोबाइल और स्कॉर्पियो लूट ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु की। सीसीटीवी कैमरे खंगाल चार को पकड़ा पुलिस, डीएसटी और साइबर सैल टीम ने सीसीटीवी कैमरे खंगालते हुए उज्जैन, चित्तौड़गढ़, बालोतरा, डीग, भरतपुर में संभावित स्थानों पर बदमाशों की तलाश कर 4 आरोपियों को बापर्दा गिरफ्तार कर स्कॉर्पियो बरामद कर ली।
ये रहे टीम में शामिल
आरोपियों को पकड़ने गई टीम में पुर थाना प्रभारी पुष्पा कसौटिया, एएसआई भंवरलाल, हेड कॉन्स्टेबल यशवीर सिंह,अनिरुद्ध सिंह कॉन्स्टेबल जितेंद्र सिंह, राकेश कुमार, कमलेश कुमार, विक्रम सिंह, भरत सिंह शामिल थे। इनके अलावा साइबर टीम से एएसआई आशीष कुमार, कॉन्स्टेबल दीपक जांगिड़, किशोर सिंह, पिंटू कुमार, जितेंद्र सिंह की भूमिका रही। इनके अलावा डीएसटी से एएसआई महेंद्र मीणा, हेड कॉन्स्टेबल करण सिंह, कॉन्स्टेबल दिलीप सिंह, भूपेंद्र सिंह, शंभू, राधेश्याम और धीरज शर्मा का भी योगदान रहा।