चित्तौड़गढ़। त्यौहार के सीजन में अब यात्री भार कम होने की संभावना है। रेलवे ने चित्तौड़गढ़ से होकर गुजरने वाली 6 जोड़ी ट्रेनों में 10 डिब्बे बढ़ाने का फैसला किया है। यह डिब्बे अस्थाई रूप से बढ़ाए जाएंगे। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि अब त्यौहारों का सीजन शुरू हो गया है। इन दिनों में कई लोग बाहर घूमने जाते है या फिर बाहर रहने वाले लोग अपने घर आते है। इस दौरान रेलवे पर यात्री भार बढ़ जाता है। यात्रियों को सुविधा को देखते हुए कई जोड़ी ट्रेनों में डिब्बे बढ़ाए गए हैं। वहीं, चित्तौड़गढ़ से होकर जाने वाली 6 जोड़ी ट्रेनों में 10 डिब्बे अस्थाई रूप से बढ़ाए गए है। उन्होंने बताया कि गाडी संख्या 20473/20474, दिल्ली सराय-उदयपुर सिटी-दिल्ली सराय रेलसेवा में दिल्ली सराय से 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर और उदयपुर सिटी से 2 अक्टूबर से 1 नवंबर तक 1 सेकेंड एसी, 1 द्वितीय शयनयान और 1 थर्ड एसी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। यह ट्रेन चित्तौड़गढ़, कपासन स्टेशनों से होकर जाती है।
- गाडी संख्या 12991/12992, उदयपुर-जयपुर-उदयपुर रेलसेवा में 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक 03 द्वितीय साधारण श्रेणी डिब्बों की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। यह ट्रेन भी कपासन और चित्तौड़गढ़ होकर जाती है।
- गाडी संख्या 19608/19607, मदार-कोलकाता-मदार एक्सप्रेस में मदार से 7 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक और कोलकाता से 10 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक 01 सेकंड एसी श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की गई है। यह ट्रेन चित्तौड़गढ़ के चंदेरिया स्टेशन से होकर गुजरती है।
- गाडी संख्या 19666/19665, उदयपुर सिटी-खजुराहो-उदयपुर सिटी रेलसेवा में उदयपुर सिटी से 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक और खजुराहो से 3 अक्टूबर से 2 नवंबर तक 1 द्वितीय साधारण श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। यह ट्रेन चित्तौड़गढ़ जंक्शन होकर गुजरती है।
- गाडी संख्या 09721/09722, जयपुर-उदयपुर-जयपुर रेलसेवा में जयपुर से 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक और उदयपुर से 2 अक्टूबर से 1 नवंबर तक 1 द्वितीय साधारण श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है। यह ट्रेन चित्तौड़गढ़ के चंदेरिया और कपासन स्टेशनों से होकर गुजरती है।
- गाडी संख्या 19703/19704, उदयपुर-असारवा-उदयपुर रेलसेवा में उदयपुर से 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक और असारवा से 2 अक्टूबर से 1 नवंबर तक 1 द्वितीय साधारण श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जा रही है।