अलवर। 15 दिन के इंतजार के बाद आखिर में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के OSD रहे अनुराग हरित को कमिश्नर की बजाय वापस SDM लगा दिया। 15 दिन पहले उनको डीग से अलवर नगर निगम में कमिश्नर लगाया था। लेकिन जब नेता प्रतिपक्ष के साथ रहने वाले वाले अफसर को कमिश्नर लगाने की बात उठी तो उनको डीग से रिलीव नहीं किया गया। इस कारण वे ज्वाइन नहीं कर सके। अब उनको बानसूर एसडीएम लगा दिया। एक दिन पहले सोमवार को ही पूर्व मंत्री हेम सिंह भड़ाना के बेटे की सगाई के कार्यक्रम में पहुंचे गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म से भी अनुराग हरित मिले। तब बेढ़म ने कई लोगों के बीच बातचीत करते हुए कह दिया था कि अनुराग तो जल्दी दूसरी जगह लगा रहे हैं। फिर रात को ही सूची जारी हो गई। जिसमें यह साफ हो गया कि अलवर के कमिश्नर अनुरागह नहीं होंगे। अब जितेंद्र सिंह नरूका को कमिश्नर लगा दिया है।
डीग के SDM अनुराग हरित कांग्रेस सरकार में पहले पूर्व कैबिनेट मंत्री व प्रदेश में प्रतिपक्ष के नेता टीकाराम जूली के OSD रहे हैं। इसके अलावा जूली के विधानसभा क्षेत्र अलवर ग्रामीण में आने वाले मालाखेड़ा में एसडीएम और तहसीलदार भी रहे। करीब-करीब पूरे पांच साल वे जूली के क्षेत्र में एसडीएम व उनके ओएसडी रहे। इस कारण उन्हें नेता प्रतिपक्ष का सबसे नजदीकी अफसर माना जाता रहा है। बीजेपी सरकार में 15 दिन पहले उनको अलवर नगर निगम के कमिश्रनर की जिम्मेदार दी थी। लेकिन वे रिलीव होकर नहीं आ सके। अब अलवर नगर निग में कमिश्नर के पद पर जितेंद्र नरूका को लगाया है। जो अलवर के अधिकारी हैं। पहले यूआईटी में उप सचिव, डीएसओ सहित कई पदों पर रह चुके हैं।
तबादले के आदेश में नगर परिषद लिखा हुआ
राज्य सरकार के 7 अक्टूबर 24 के तबादले के आदेशों में अलवर नगर निगम को नगर परिषद लिखा हुआ है। जिसकी भी शहर में चर्चा है कि अभी अलवर नगर परिषद है या आदेश में गलती से लिखा गया है। हालांकि अधिकारी पहले से नगर निगम लिखते आ रहे हैं।