बीकानेर। जिले के महाजन थाना क्षेत्र में आने वाले गांव जैतपुर में मामा-नाना ने मिलकर जिस युवक के साथ मारपीट की थी, उसकी पीबीएम हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई। 26 अक्टूबर को युवक दीपेश और उसकी मां के साथ दीपेश की मां के चाचा और चचेरे भाईयों ने हमला किया था। महाजन थाने में दीपेश की मां उर्मिला ने मारपीट का मामला 26 अक्टूबर को दर्ज कराया था। अब ये हत्या मामला बन गया है। 26 अक्टूबर को परिवादी उर्मिला पत्नी जुगल किशोर निवासी निंबी जोधा ने अपने चाचा चाची और दो चचेरे भाइयों के खिलाफ घर में घुसकर अपने व अपने बेटे दीपेश कुमार के साथ कुल्हाड़ी, लाठी से घर में घुसकर मारपीट करने का मामला दर्ज करवाया था। प्राथमिक इलाज के बाद बीकानेर पीबीएम के लिए रेफर किया गया था। इस दौरान परिवादी उर्मिला का पुत्र दीपेश कुमार गंभीर घायल अवस्था में था। जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा था। मंगलवार शाम को इलाज के दौरान दीपेश कुमार की मृत्यु हो गई।
बेटे के साथ आई थी पीहर
परिवादी उर्मिला पत्नी जुगल किशोर निवासी निंबीजोधा का गांव जैतपुर में पीहर है। उनके माता-पिता नहीं है। वे सिर्फ तीन बहनें हैं। वह अपने पीहर जैतपुर आई हुई थी। अपने पिता के घर में साफ सफाई कर रही थी। उसके साथ उसका बेटा दीपेश कुमार भी आया हुआ था । शनिवार 26 अक्टूबर को घर में सफाई कर रहे थे। इस दौरान उसके चाचा बुलाकी प्रसाद , चाची व दो चचेरे भाई कुल्हाड़ी लाठी हथियारों से लेस होकर घर में घुसे और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। शोरगुल सुनकर पड़ोसी आए और उन्हें छुड़वाया और शोरगुल सुनकर व पड़ोसी आए देखकर आरोपी गण वहां से फरार हो गए। उनके उपचार के लिए महाजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां से पीबीएम बीकानेर के लिए रेफर किया गया। दीपेश कुमार की गंभीर चोटे होने के कारण पीबीएम में इलाज चल रहा था। उर्मिला ने परिवाद देते हुए अपने चाचा ,चाची व दो भाइयों के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था। अब ये मामला हत्या में तब्दील हो गया है।