दौसा। नगर परिषद को 43 दिन बाद कार्यवाहक सभापति मिल गया है। स्वायत शासन विभाग के निदेशक ने आदेश जारी कर उपसभापति व वार्ड 44 की पार्षद कल्पना जैमन को सभापति पद का कार्यग्रहण करने के लिए अधिकृत किया है। इस सम्बन्ध में आदेश मिलने के तुरंत बाद कल्पना जैमन ने नगर परिषद पहुंचकर कार्यभार संभाला। इस दौरान जैमन ने कहा- पहली प्राथमिकता शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करना है। इसके साथ ही सड़क, बिजली व पानी के बंदोबस्त बेहतर हों, इसे लेकर भी प्रयास किए जाएंगे। जब तक मुझ पर सभापति के पद की जिम्मेदारी है, पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करूंगी।
डीएलबी निदेशक ने जारी किए आदेश
विभाग के निदेशक में विशिष्ट सचिव कुमार पाल गौतम ने सोमवार को आदेश जारी किए। इसने अनुसार 7 अक्टूबर 2024 को दौसा नगर परिषद की सभापति ममता चौधरी को सभापति व सदस्य पद से निलंबित किया गया था। नगर परिषद दौसा में सभापति का पद सामान्य वर्ग महिला श्रेणी के लिए आरक्षित है। ऐसे में राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धाराओं के तहत प्रतिशत शक्तियों का प्रयोग करते हुए उपसभापति तथा वार्ड 44 की पार्षद कल्पना जैमन को सभापति पद का कार्यग्रहण करने के लिए अधिकृत किया जाता है।
उपचुनाव से पहले किया था सभापति को निलंबित
दौसा में विधानसभा उपचुनाव की आचार संहिता से पहले डीएलबी निदेशक ने 7 अक्टूबर को सभापति ममता चौधरी को निलंबित करने के आदेश जारी किए थे। जिसमें बताया था कि सभापति के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत की जांच एडीएम की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर करवाई गई थी। जिसमें अनियमिताएं एवं पद कर दुरुपयोग के आरोप में राज्य सरकार द्वारा प्रकरण की न्यायिक जांच करवाने का निर्णय लेकर विधि विभाग को भेजा था। ऐसे में सभापति के पद पर बने रहने से विचारणीय जांच के प्रभावित करने की संभावना के चलते ममता चौधरी को सभापति व सदस्य पद से निलंबित किया गया था।
हाईकोर्ट में सुनवाई लंबित
डीएलबी द्वारा निलंबन की कार्रवाई के खिलाफ ममता चौधरी द्वारा राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दायर की हुई है। ऐसे में हाईकोर्ट में याचिका पर सुनवाई के बाद आने वाले फैसले पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।