जयपुर। जिले में हत्या के लिए हथियार डिलीवर करने आए लॉरेंस और रोहित गोदारा की गैंग से जुड़े चार बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। चारों बदमाशों से पूछताछ में पुलिस को गैंग से जुड़ी अहम जानकारी मिली है। पूछताछ में बदमाशों ने बताया- वे फेमस होने के लिए गैंग से जुड़े थे। गैंग से जुड़ने पर पहले लोगों छोटे-छोटे टेस्ट लेकर टेस्ट किया जाता है। फोन के जरिए ही सभी ऑर्डर मिलते हैं। हथियार पिकअप और डिलीवर करते थे, लेकिन सिस्टम ऐसा है कि कभी किसी का चेहरा नहीं देखा। डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा डूडी ने बताया- गिरफ्तार चारों बदमाश डिलीवरी का काम किया करते थे। इन लोगों के पास लॉरेंस गैंग की तरफ से फोन आता था। एमपी से हथियार लाते और जयपुर में डिलीवरी देते थे। ये लोग नहीं जानते थे की किस से हथियार लाए हैं, किसे हथियार देने हैं।पूछताछ में सामने आया कि इनके पास फोन आता है। फोन करने वाला बताता था कि हथियार एक जगह पर पत्थर के नीचे रखे हुए हैं। बदमाश बताई जगह पर जाते। वहां से हथियार उठा लेते। फिर इन्हें बताया जाता कि जयपुर में किस जगह पर हथियार छोड़ने हैं। ये लो उसी जगह हथियार छोड़ देते थे। चारों बदमाश किसी भी व्यक्ति के साथ डायरेक्ट सम्पर्क में नहीं थे।
बदमाशों की पोस्ट को लाइक, कॉमेंट और फॉलो कर के गैंग से जुड़ रहे युवक
पुलिस की पकड़ में आये बदमाशों ने बताया- उन्हें लगता है कि इस गैंग के साथ जुड़कर फेमस हो जाएंगे। उनको पैसा मिलेगा, क्योंकी अभी तक ये लोग बेरोजगार हैं। इन के पास कोई काम नहीं है। बदमाशों की पोस्ट को लाइक, कॉमेंट और फॉलो कर के गैंग से जुड़ जाते हैं। इनके पास फोन आने लगते हैं। फोन करने वाले खुद को लॉरेंस, रोहित गोदारा बता कर बात करते हैं। ये लोग इनसे फोन पर बात करते रहते हैं। गैंग के लोग पता करते हैं ये लोग काम के भी है या नहीं। पहले छोटे-छोटे टास्क दिये जाते हैं। इसमें किसी के घर के बाहर की रैकी करना, व्यापारियों के नम्बर लाना, उसके आने-जाने के टाइम नोट करना। काम अच्छा होने पर इन लोगों को पैसा दिया जाता है।
युवा जल्दा पैसा कमाने और फेम कमाने के लिए हर तरीके अपना रहा
डीसीपी नॉर्थ ने बताया- आज के युवा जल्दा पैसा कमाने और फेम कमाने के लिए हर तरीके अपना रहा है। वह बदमाशों के साथ इसीलिए जुड़ रहा है क्योंकी उसे जल्दी पैसा कमाना है। गैंग ऑपरेट करने वालों को भी ऐसे ही लोगों की जरूरत है। ये लोग नहीं समझ रहे कि ये लोग केवल एक कटपुतलिया हैं। इनका इस्तेमाल कर के जेल भिजवा देंगे और उनका कुछ नहीं जाएगा।
मोबाइलों को भेजा जाएगा एफएसएल के पास
डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा ने बताया- चारों युवकों के पास से जो मोबाइल फोन मिले हैं, उन की एफएसएल जांच करानी है। गिरफ्तार बदमाशों के पास गैंग का फोन कब और कहां से आया। उन नम्बरों को कौन यूज कर रहा है। सारी जानकारी मिलने के बाद टीम एक्शन करेगी। टीम का आगे का काम यही है कि ये लोग जिन लोगों के सम्पर्क में थे उन लोगों तक कैसे पहुंचा जाए।