बीकानेर। सेना में अग्निवीर के रूप में ट्रेनिंग ले रहे बीकानेर के जवान की नासिक में मौत हो गई। महज 22 साल के इस युवक की ट्रेनिग दो दिन बाद खत्म होने वाली थी लेकिन इस बीच अचानक स्वास्थ्य बिगड़ा और दम तोड़ दिया। शंकर दास नामक इस युवक की शुक्रवार शाम मौत हुई। उसका शव रविवार को बीकानेर पहुंचेगा, जिसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। अग्निवीर शंकर दास पुत्र कान दास लूणकरणसर के करणीसर गांव के रहने वाले हैं। पिछले कुछ महीने से उसकी ट्रेनिंग नासिक में चल रही थी। ट्रेनिंग शुरू होने के बाद एक बार भी वापस घर नहीं आया। तीन दिसम्बर को ही घर आना था लेकिन इस बीच नासिक में उसकी तबीयत बिगड़ गई। अपुष्ट जानकारी है कि ब्रेन हेमरेज होने के कारण शंकर की मौत हो गई। शुक्रवार रात ही उसके परिजनों को शंकर दास की मौत की सूचना दे दी गई थी लेकिन परिजनों ने इसे तब सार्वजनिक नहीं किया। शनिवार सुबह प्रशासन को ये जानकारी दी गई। इसके बाद उसे नासिक से बीकानेर लाने की तैयारी की जा रही है। नासिक अस्पताल में ही शनिवार को पोस्टमार्टम हो रहा है। जिसके बाद हवाई सेवा से शव जोधपुर या जयपुर आ सकता है। जहां से सड़क मार्ग से बीकानेर लाया जाएगा। रविवार सुबह लूणकरनसर के करणीसर गांव में राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया जा सकता है।
घर पर हो रहा था इंतजार
शंकर दास अविवाहित था। उसके माता-पिता को इंतजार था कि दो दिसम्बर को ट्रेनिंग पूरी होने के बाद तीन दिसम्बर को बेटा घर आ जाएगा। ये नहीं पता था कि दो दिन पहले मृत अवस्था में बेटा घर वापस आ जाएगा। ट्रेनिंग के दौरान भी उसे एक दिन भी छुट्टी नहीं मिली। ऐसे में यहां से जाने के बाद एक बार भी वापस नहीं आया था।
पिता ने घर तैयार करवाया
शंकर दास के पिता ने बेटे के स्वागत में घर को तैयार करवाया। घर के बाहर छपाई करवाई गई ताकि बेट आए तक घर बदला-बदला सा लगे। सरकारी नौकरी का रास्ता साफ होने की उम्मीद से ही घर का हर सदस्य खुश था लेकिन अब अचानक सब कुछ मातम में बदल गया है। बीए करते हुए ही उसका चयन अग्निवीर में हो गया था।