जयपुर। विश्व के सबसे बड़े विशाल धार्मिक व सांस्कृतिक संमागम में भागीदार बनने के आह्वान के साथ ‘आओ चले प्रयागराज महाकुंभ चले’ महा अभियान चलाया जाएगा। अभियान के संयोजक व संस्कृति युवा संस्था के अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने बताया कि हिन्दू धर्म में कुम्भ मेले का बडा महत्व है। यह दुनिया का सबसे बडा धार्मिक कार्य है। यह कार्यक्रम इस बार 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज में होगा। इसमें पांच शाही स्नान होगें जिसमें मकर संक्रांति, मोनी अमावस्या बंसत पंचमी, महा पूर्णिमा, महाशिवरात्रि शामिल है। कुम्भ मेले में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में स्नान करने से पापों का नाश और आत्मा की शुद्धि होती है।
उन्होंने बताया- महाकुंभ में दुनिया भर से हिन्दू आस्था से जुड़े हुए 25 करोड लोग एक साथ एकत्रित होगें ऐसा अनुमान है। इस महा कुम्भ में संस्कृति युवा संस्था की ओर से ‘आओ चले प्रयागराज कुम्भ महा अभियान’ को 31 दिसम्बर से प्रारम्भ किया जाएगा। अभियान का शुभारंभ प्रदेश के बड़े मन्दिर मेहंदीपुर बालाजी धाम से महा अभियान का शुभारंभ पीले चावल बांटकर व स्टिकर विमोचन के साथ होगा। यह समारोह मेहंदीपुर बालाजी के महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज के सानिध्य में होगा। उसके बाद पूरे प्रदेश के सभी मंदिरों के बाहर श्रृद्धालुओं को पीले चावल बाट कर निमंत्रण दिया जाएगा। इसके लिए 100 से अधिक धार्मिक सामाजिक और व्यापारिक संगठन को इस अभियान में जोडा जा रहा है। साथ ही 1 लाख कपडे के बेंग कुम्भ में वितरण किए जाएंगे। साथ ही नारी सशक्तिकरण के तहत सभी शाही स्नान में संगम घाट पर महिलाएं शाम के समय विशेष आरती करेगी। साथ ही प्रदेश के सभी मंदिरों में महाकुंभ चलें ध्वज पताकांए लगाई जाएगी।
मिश्रा ने बताया कि यह सभी कार्यक्रम संस्कृति युवा संस्था की कोर टीम के निदेशन में होंगे। जिसमें एडवोकेट एच.सी. गणेशिया, गोविन्द पारिक, दिनेश शर्मा, सुनिल जैन, गौरव धामाणी रहेगे।